नई दिल्ली – संसद के दोनों सदनों में शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन आज भी हंगामा मचा रहा। लोकसभा में डीडीसीएन विवाद को लेकर विपक्ष ने वित्त मंत्री अरुण जेटली के इस्तीफे की मांग की। वहीं राज्यसभा में अयोध्या मुद्दा गूंजा। हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित भी करनी पड़ी। कांग्रेस, सपा और जेडीयू सदस्यों ने अयोध्या के मुद्दे पर राज्यसभा में हंगामा किया। जेडीयू के केसी त्यागी ने अयोध्या में शिला पूजन का मुद्दा उठाया। इसे लेकर के सी त्यागी ने नोटिस दिया था। सभापति ने उन्हें तीन मिनट का समय दिया, त्यागी उससे ज्यादा बोलना चाहते थे लेकिन सभापति ने मना कर दिया।
जद(यू) के केसी त्यागी ने अयोध्या में राममंदिर के निर्माण के लिए पत्थर लाने की घटना का मुद्दा उठाया लेकिन वह तीन मिनट में अपनी पूरी बात नही कह पाए तो उपसभापति ने उन्हें बैठ जाने को कहा। इस पर सभी विपक्षी सदस्य खड़े हो गए और वे त्यागी को अपनी बात पूरी करने के लिए समय देने की मांग करने लगे, लेकिन कुरियन नहीं माने। इस पर विपक्षी सदस्य उत्तेजित हो गए और वे आसन के पास आकर नारेबाजी करने लगे।
नकवी ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का मामला उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है, इसलिए सरकार अदालत के फैसले का सम्मान करेगी। उनका मंदिर निर्माण से कोई लेना देना नही है, लेकिन कांग्रेसी सदस्य इससे संतुष्ट नही हुए।
[box type=”shadow” ]– सदन की कार्यवाही शुरु होते ही कांग्रेस तथा सपा सदस्यों ने अयोध्या में राममंदिर निर्माण के लिए पत्थर मंगाए जाने के विरोध में जमकर नारेबाजी और हंगामा किया।
– सदन की कार्यवाही दस मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। इसके बाद जब सदन की कार्यवाही 11.35 मिनट पर दोबारा शुरु हुई।
– कार्यवाही शुरू होने के बाद कांग्रेसी सदस्य वित्त मंत्री अरुण जेटली के इस्तीफे की मांग करने लगे और सभापति के आसन के पास आकर जमकर नारेबाजी करने लगे।
– अब तो यह स्पष्ट है, भाजपा सरकार भ्रष्ट है तथा वित्त मंत्री इस्तीफा दो के नारे लगाने लगे । करीब 35 मिनट तक वे आसन के पास खड़े रहे और हंगामा मचाते रहे। – सदस्यों के हंगामा जारी रहने पर श्री अंसारी ने सदन की कार्यवाही दोपहर 1 बजे तक स्थगित कर दी।[/box]