इंदौर – इसी साल जुलाई में इंदौर की ड्रिस्ट्रिक्ट कोर्ट जिस 9 साल के एक बच्चे की पीटिशन पर मामला चल रहा था उसमे नया मोड़ तब आया जब पिता के पास रह रहे बच्चे को ले जाने के लिए उसकी मासी उसे ले जाने लगी .दोनों ओर से पुलिस में इसकी शिकायत की गयी पहले ही ईस मामले मे मां पर तांत्रिक क्रियाओं के लिए बेटे का खून चढ़ाने की कोशिश का आरोप है।
पंचम की फेल में रहने वाले 9 साल के एक बच्चे का आरोप था कि उसकी मां तांत्रिक क्रियाओं के लिए उसका खून चढ़ाने की कोशिश करती थी इस बच्चे हिमांशु बैरवा ने कहाथा , ”पिछले साल मई में नाना, नानी, मामा और मौसी मेरे घर आए और कहा कि ननिहाल में पैसा गड़ा है। एक तांत्रिक ने बताया है कि उसे निकालने के लिए किसी नाबालिग लड़के का खून चढ़ाना होगा।
मां सपना राजी हो गई, लेकिन दादी ने आपत्ति की। इसके बाद ननिहाल के लोग चले गए। कुछ दिन बाद वे माफी मांगने लगे और मुझे ले जाने की जिद की। दादी ने कुछ समय के लिए मुझे ननिहाल भेज दिया। अमावस्या वाले दिन ननिहाल के लोगों ने तांत्रिक पूजा की और खून निकालने के लिए मेरे हाथ में सुई लगाई। चिल्लाने पर मेरी पिटाई की। मैं बेहोश हो गया। इस कारण वे खून निकाल नहीं सके।बाद में वे मुझे दादी और पापा के पास छोड़कर भाग गए।”
पती का भी पत्नी पर आरोप है की तांत्रिक क्रियाओं के लिए घर में अक्सर डेढ़-दो घंटे तक आग में नींबू, शराब, अंडा वगैरह डालती थी। धुएं की वजह से सांस लेने में दिक्कत होती थी। आंखों में जलन भी होती थी।’हिमांशु ने अपनी दादी कमलाबाई के जरिए मां सपना के खिलाफ पीटिशन दायर की।
तुकेगंज पुलीस ने पिता के पास रह रहे बच्चे को ले जाने के लिए उसकी मासी उसे ले जाने के दोरान हुए वीवद में दोनो पकक्षो के आवेदन पर जाँच शुरु कर दी है।