नई दिल्ली- चीनी में एक रुपया पर किलो यानी 100 रुपये प्रति क्विंटल तक की गिरावट आई है ! जिसका कारण बाजार सूत्रों ने मीलों की बढ़ती आपूर्ति के कारण बाजार में भारी मात्रा में स्टाक जमा होने के मुकाबले थोक ग्राहकों के साथ साथ फुटकर विक्रेताओं की कमजोर मांग को बताया जिससे चीनी मीलों की ओर से दिल्ली के चीनी बाजार में बीते सप्ताह कमजोरी का रूख दिखाई दिया !
वहीँ इस बीच, उत्तर प्रदेश में कुछ मिलों द्वारा पेराई रोकने से हानि कुछ कम हो गई। उन्होंने कहा कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले ब्राजील की मुद्रा के अवमूल्यन के कारण वैश्विक बाजारों में कमजोरी का रख होने की खबरों से देश का निर्यात प्रभावित हुआ, जिससे भी चीनी कीमतें प्रभावित हुई।
चीनी मिल डिलीवरी एम-30 और एस-30 की कीमत 100-100 रुपये की गिरावट के साथ सप्ताहांत में 2,960-3,080 रुपये और 2,950-3,070 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुई। इसी प्रकार चीनी तैयार एम-30 और एस-30 की कीमत 70-70 रुपये की गिरावट के साथ क्रमश: 3,200-3,300 रुपये और 3,190-3,320 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुई।
शुल्क सहित मिलगेट खंड में चीनी चांदपुर 100 रुपये की भारी गिरावट के साथ 2,960 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुई जबकि उसके बाद चीनी अस्मोली, धनोरा और धामपुर की कीमतें 80-80 रुपये की गिरावट के साथ क्रमश: 3,040 रुपये, 2,990 रुपये और 3,000 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुईं। चीनी सकोटी की कीमत 70 रुपये की गिरावट के साथ 3,000 रुपये, चीनी मलकपुर और दोराला की कीमत 60-60 रुपये की गिरावट के साथ क्रमश: 3,010 रुपये और 3,020 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुई।
चीनी मवाना, किन्नौनी और सिंभौली की कीमतें 50-50 रुपये की गिरावट के साथ क्रमश: 3,040 रुपये, 3,030 रुपये, 3,070 रुपये और 3,040 रुपये रह गईं जबकि चीनी बुढ़ाना, थानाभवन, खतौली और मोरना की कीमतें गिरावट के साथ क्रमश: 3,040 रुपये, 3,030 रुपये, 3,070 रुपये और 3,040 रुपये प्रति क्विंटल रह गईं। इसी प्रकार चीनी रामाला, अनूपशहर, बागपत और निजामाबाद की कीमतें 30-30 रुपये की गिरावट के साथ 3,040 रुपये, 3,030 रुपये, 3,050 रुपये और 3,030 रुपये प्रति क्विंटल रह गई।
[डेस्क]