नई दिल्ली – जेएनयू कैंपस में देश विरोधी नारे लगाने के आरोपी छात्र नेता कन्हैया कुमार की जमानत याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने बुधवार को फिर सुनवाई टाल दी। अब 29 फरवरी को अर्जी पर सुनवाई होगी। कन्हैया को 12 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। हाईकोर्ट ने पुलिस को दोबारा रिमांड पर मांगने की इजाजत दी है। हाईकोर्ट ने कहा कि पुलिस का अधिकार है कि वो दोबारा पुलिस हिरासत मांग सकती है।
दिल्ली पुलिस ने कहा कि वह कन्हैया की दोबारा पुलिस रिमांड चाहती है ताकि उमर खालिद के सामने बिठाकर पूछताछ कर सके। दिल्ली पुलिस ने कहा कि क्योंकि इस मामले में 2 और लोग खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य गिरफ्तार हुए हैं तो उनसे पूछताछ में कन्हैया के सहयोग की ज़रूरत है। कोर्ट ने कहा कि पुलिस रिमांड के लिए मजिस्ट्रेट के पास जा सकती है। हाईकोर्ट ने कहा कि पुलिस रिमांड 15 दिनों के भीतर ही ले सकती है। इसमें तीन दिन ही बचे हैं। हाईकोर्ट ने आदेश दिया कि रिमांड के लिए सुरक्षा के तमाम इंतजाम किए जाएं। पुलिस ये सुनिश्चित करे कि रिंमांड अर्जी और सुनवाई से पहले कन्हैया के वकीलों को जानकारी दी जाए।
आज सुनवाई महज 25 मिनट चली। इस दौरान दिल्ली पुलिस ने स्टेटस रिपोर्ट दाखिल की। हालांकि इसे कोर्ट में नहीं पढ़ा गया। कन्हैया को फिर पुलिस रिमांड पर लेने के लिए ट्रायल कोर्ट में पुलिस अर्जी देगी। स्टेटस रिपोर्ट में कहा गया कि कन्हैया का गिरफ्तार उमर और दूसरे आरोपियों से आमना-सामना कराना है। दिल्ली पुलिस ने स्टेटस रिपोर्ट में कहा है कि अगर कन्हैया को जमानत दी गई तो देशभर के छात्रों में गलत संदेश जाएगा कि देश विरोधी गतिविधियां इम्युनिटी के साथ की जा सकती हैं और कुछ दिन जेल में रहकर बाहर आया सरेंडर किए दो आमने-सामनेजा सकता है।
पुलिस ने कहा कि सारे मामले की कड़ियों को जोड़ा जाना है, साजिश का पता लगाना है। मामले की जांच शुरुआती चरण में है, गवाहों के बयान दर्ज हो रहे हैं। पुलिस ने कहा कि अगर जमानत दी जाती है तो जांच और गवाहों को प्रभावित कर सकता है। कानून व्यवस्था में भी परेशानी हो सकती है। ऐसे में कन्हैया को जमानत नहीं दी जानी चाहिए। पुलिस ने इस पूरे मामले पर 30 नारे लिखे और ये कहा कि देश विरोधी नारे लगाए गए। सिर्फ वीडियो ही सबूत नहीं हैं, पुलिस के पास और भी सबूत हैं। पुलिस अभी जांच कर रही है कि कैंपस इन गैर शैक्षणिक गतिविधियों के पीछे कौन लोग और संगठन है और इनके पीछे उनका मकसद क्या है।
उधर, कन्हैया की ओर से पेश वकीलों ने कहा कि हम मजिस्ट्रेट के सामने ही रिमांड का विरोध करेंगे। हम ये दिखाना चाहते हैं कि हम कानूनी प्रक्रिया में बाधा नहीं बन रहे हैं। वहीं पुलिस ने साफ कर दिया है कि वह इस मामले में अभी और जांच करना चाहती है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि हम जमानत अर्जी का विरोध करेंगे ताकि कन्हैया और खालिद को आमने-सामने बिठा कर पूछताछ कर सके।