मुंबई: 26/11 हमलों के साजिशकर्ताओं में शुमार आतंकी डेविड कोलमैन हेडली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए क्रॉस एग्जामिनेशन शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी है ! डेविड हेडली ने उन आरोपों को खारिज किया है, जिसमें कहा गया कि पूछताछ के दौरान एनआईए के कहने पर उसने इशरत जहां का नाम लिया और उसे लश्कर का आतंकी बताया ! हेडली ने कहा, ‘एनआईए ने मुझे इशरत का नाम लेने की सलाह नहीं दी ! उन्होंने मुझसे सवाल किया, जिसका मैंने जवाब दिया ! वो भला मुझे इशरत का नाम लेने के लिए क्यों कहेंगे? मैंने तहव्वुर राणा के अमेरिका में ट्रायल के दौरान इशरत का नाम इसलिए नहीं लिया क्योंकि उन्होंने मुझसे इस बारे में सवाल नहीं किया ! मैं सिर्फ वही कहता जो मुझसे पूछा जाता !’
आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली ने मुंबई कोर्ट में दिए अपने बयान में बताया कि वह बचपन से ही भारत से नफरत करता था और उसने भारत से बदला लेने के लिए लश्कर ए तैयबा संगठन से हाथ मिलाया था। हेडली ने कहा कि 1971 में पाकिस्तान स्थित उसके स्कूल को भारतीय प्लेनों ने बम से उड़ा दिया था जिसके बाद बचपन से ही उसके मन में भारत और भारतीयों के खिलाफ नफरत पैदा हो गई थी। यही वजह थी कि वह भारत को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाना चाहता था। गौरतलब है कि 2008 में हुए 26/11 मुंबई हमले में अपने कथित रोल के लिए फिलहाल हेडली अमेरिका में 35 साल की सज़ा काट रहा है।
हेडली ने खुलासा बताया कि उसके पिता की मौत के कुछ हफ्तों बाद तत्कालीन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी उसके घर आए थे ! हेडली के मुताबिक, उसके पिता जब रिटायर हुए थे, तब वे रेडियो पाकिस्तान के महानिदेशक थे ! उनका निधन 25 दिसंबर 2008 को हुआ था ! हेडली ने कहा कि उसके पिता, भाई और कुछ अन्य परिजन पाकिस्तान इस्टैबलिसमेंट से जुड़े हुए थे, लेकिन वह उनका नाम जाहिर नहीं कर सकता !
कोर्ट को हेडली ने बताया कि उसने खुद अपने पिता से लश्कर के साथ अपनें संबंधों की चर्चा की थी ! उसने कहा, ‘मैंने खुद अपने पिता को बताया था कि मैं लश्कर से जुड़ा हूं ! उन्होंने इस पर आपत्ति जताई थी !’ आतंकी ने बताया कि 9/11 के हमले को लेकर कभी उससे कोई पूछताछ नहीं की गई ! उसने कहा कि पाकिस्तान में उसे एक बार गिरफ्तार किया गया था, क्योंकि उसकी पूर्व पत्नी फैजा ने उसके खिलाफ केस दर्ज करवाया था !
मुंबई कोर्ट में क्रॉस एक्ज़ाम के दौरान हेडली ने कहा कि ‘मैं भारत से इसलिए नफरत करता था क्योंकि 1971 में भारतीय हवाई जहाज़ों ने मेरे स्कूल को उड़ा दिया था, जो लोग वहां काम करते थे वह सब मारे गए थे।’ हेडली यहां 3 – 16 दिसंबर 1971 तक हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध का ज़िक्र कर रहा था। उस वक्त हेडली की उम्र 11 साल थी। पाकिस्तानी पिता और अमेरिकी मां के बेटे हेडली ने 16 साल की उम्र तक पाकिस्तान में पढ़ाई की जिसके बाद वह अमेरिका चला गया। मुबंई कोर्ट को उसने बताया कि 2002 में उसने लश्कर से हाथ मिलाया था। मुबंई पर 2008 में हमला करने से पहले हेडली ने अपनी कई यात्राओं के दौरान शहर का जायज़ा लिया था।
2009 में हेडली को अमेरिका में गिरफ्तार कर लिया गया था और गारंटी दी गई थी कि अगर वह लश्कर के बारे में खुलासे करेगा तो उसे फांसी की सज़ा नहीं दी जाएगी। फरवरी में अमेरिका की एक अज्ञात जगह से वीडियो लिंक के ज़रिए कई दिनों तक चली गवाही के बाद अब मुबंई कोर्ट में उसे क्रॉस एक्ज़ाम किया जा रहा है।
हेडली ने क्रोस एग्जामिनेशन यह भी बताया कि वह अमेरिका में शिवसेना के लिए फण्ड रेजिंग प्रोग्राम करना चाहता था, इसके लिए वह राजाराम रेघे से संपर्क में था। हेडली वहां शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे को भी ले जाना चाहता था लेकिन वहां उन पर हमले का कोई प्लान नहीं था। जब हेडली से एफबीआई और उसके बीच हुई डील से जुड़ा सवाल पूछा गया तो हेडली ने हिंदी में कहा ‘हां मैं बहुत ख़राब आदमी हूँ मैंने मान लिया। आप कहेंगे तो फिर से मान लेता हूं लेकिन इससे आप साबित क्या करना चाहते हैं?’