नई दिल्ली – एनआईटी ( NIT ) श्रीनगर में छात्रों की पिटाई का मामला तूल पकड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। इस घटना को लेकर शुक्रवार को जम्मू के कोट भलवत स्थित मॉडल इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी कॉलेज (एमआईईटी) के छात्रों द्वारा शुक्रवार को गैर-कश्मीरी छात्रों के समर्थन में बड़े पैमाने पर विरोध प्रर्दशन किया जा रहा है।
इससे पहले शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री निर्मल सिह एनआईटी में छात्रों पर हुए लाठीचार्ज की घटना बयान देेते हुए कहा, ‘हमने छात्रों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठाचार्ज की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं और जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा।’
उन्होंने कहा कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय की टीम यहां मौजूद है, जो छात्रों को हो रही शैक्षिक और प्रशासनिक समस्याओं का पता लगा रही हैं।
उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘छात्र केवल छात्र होते हैं, वे ना तो कश्मीरी हैं और ना ही गैर-कश्मीरी।’ सुरक्षा के सवाल पर निर्मल सिंह ने कहा, ‘मैं छात्रों को भरोसा देता हूं कि उन्हें पूरी सुरक्षा दी जाएगी।’ उन्होंने कहा कि भाजपा मानती है कि इसमें किसी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए।
इससे पहले शुक्रवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) में कश्मीरी व गैर कश्मीरी छात्रों के बीच हुए विवाद व मारपीट की घटना के बाद उपजे तनाव की स्थिति को ध्यान में रखते हुए बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई।