नई दिल्ली : कश्मीर का राग अलापने वाले पाकिस्तान ने एक बार फिर भारत-पाक विदेश सचिवों की बातचीत में इस मुद्दे को उठाया। वहीं भारत ने पठानकोट हमले की जांच तेज करने की बात कही। मंगलवार को दोनों देशों के विदेश सचिवों की बातचीत के बाद जहां पाक हाइकमीशन ने कहा कि दोनों देशों के बीच कश्मीर समेत सभी मुद्दों पर चर्चा हुई। वहीं भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि हमने पाक के सामने कई मुद्दे दृढ़ता से उठाए।
मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए विकास स्व्रूप ने कहा कि हमने मुलाकात में पठानकोट हमले की जांच में जल्द और दिखाई देने वाले कदम उठाने की मांग की है। इसके अलावा विदेश सचिव ने जेश ए मुहम्मद सरगना मसूद अजहर की लिस्टिंग को यूएन में करने की बात कही।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि विदेश सचिव ने पाक को साफ कहा है कि द्विपक्षीय वार्ता पर आतंकवाद के पड़ते प्रभाव से पाक इन्कार नहीं कर सकता। साथ ही हमने अपहरण कर पाक ले जाए गए पूर्व नेवल ऑफिसर को तुरंत काउंसर एक्सेस देने की मांग भी की है। इन सब के अलावा मुंबई हमले में जल्द सुनवाई और फैसले को लेकर भी हमने अपनी बात रखी।
इससे पहले बैठक खत्म होते हि पाकिस्तान ने एक बयान में कहा कि कहा कि कश्मीरियों की इच्छा और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रावधानों के तहत कश्मीर मुद्दे का हल निकालना जरूरी है। इसके अलावा पाकिस्तान ने समझौता ब्लास्ट के आरोपियों की रिहाई पर भी चिंता जताई। हालांकि भारत की तरफ से अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
हॉर्ट ऑफ एशिया कॉन्फ्रेंस में शिरकत करने से पहले पाकिस्तान के विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी ने भारतीय विदेश सचिव एस जयशंकर से साउथ ब्लॉक में मुलाकात की। यह मुलाकात करीब पौने दो घंटे चली। विदेश सचिवों के बीच बातचीत को काफी अहम माना जा रहा है।