नई दिल्ली- राज्यसभा में आज लगभग सभी सदस्यों ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर पेड न्यूज के मुद्दे पर गंभीर चिंता जताई और इससे निपटने के लिए नियम बनाये जाने की मांग की। राज्यसभा सदस्यों ने मंगलवार को ‘पेड न्यूज’ पर चिंता जताई और इस मुद्दे को सुव्यवस्थित बहस के लिए उठाने का फैसला किया है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता विजय गोयल ने शून्य काल में यह मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि पेड न्यूज से मीडिया की विश्वसनीयता प्रभावित हुई है। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा, जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव और के.सी. त्यागी और माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता सीताराम येचुरी सहित विभिन्न दलों के नेताओं ने दलगत भावना से ऊपर उठकर उनका समर्थन किया।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि सरकार सदस्यों की चिंता समझती है और उनका भी मानना है कि किसी सरकार द्वारा हद से ज्यादा विज्ञापन दिया जाना एक तरह से रिश्वत के समान है।
उन्होंने कहा कि इस समस्या से निपटने के उपायों पर सदन में चर्चा की जानी चाहिए। भारतीय जनता पार्टी के विजय गोयल ने शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि ‘पेड न्यूज’ के कारण खबरों की विश्वसनीयता खतरे में पड़ गयी है । अखबारों में खबर और विज्ञापन में अंतर करना मुश्किल हो गया है।
उन्होंने कहा कि एक दिन एक नामी अखबार में खबर छपी थी कि ऑड ईवन योजना से दिल्ली में प्रदूषण में कमी नहीं आयी और दूसरे दिन उसी अखबार में बडे बडे अक्षरों में लिखा था आॅड ईवन पूरी तरह सफल। उन्होंने कहा कि वह भारतीय प्रेस परिषद को इस बारे में पत्र लिख चुके हैं लेकिन उन्हें इसका जवाब नहीं मिला है। भाजपा सदस्य ने कहा कि मीडिया को इससे निपटने के लिए एक जवाबदेही समिति बनानी चाहिए।