लखनऊ- यूपी के कैराना बीजेपी जांच दल की रिपोर्ट के बाद पार्टी नेताओं के एक दल ने राज्यपाल राम नाइक से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा है। नेताओं ने अपने ज्ञापन में कहा है कि कैराना कस्बा जनपद शामली से बड़े पैमाने पर एक वर्ग विशेष के लोगों का पिछले कई वर्षों से हो रहा है। इस पलायन का कारण कैराना के लोगों में भय और आतंक का वातावरण है।
ज्ञापन में कहा गया है कि पिछले कई वर्षों से कैराना कस्बे में कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत दयनीय है, खुलेआम प्रशासन और पुलिस की नाक के नीचे लोगों से रंगदारी वसूली जाती है। शिकायत के बावजूद पुलिस प्रशासन पीड़ितों को न्याय दिलाने में नाकाम रहा है क्योंकि सरकार भी पीड़ित पक्ष को उनकी धार्मिक भावनाओं के साथ जोड़कर देखती है।
इस दल ने सरकार से कई मांग की है। इनकी मांग है कि पलायन करके बाहर गए लोगों को पूरी सुरक्षा के साथ वापस उनके घरों में बसाया जाए। पलायन के लिए जिम्मेदार लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाए। इसके लिए जिम्मेदार पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाए। कैराना के अलावा प्रदेश के अन्य इलाकों से भी पलायन की जांच की जाए। पलायन के कारण आर्थिक रूप से प्रभावित लोगों को मुआवजा दिया जाए। भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों इसके लिए निर्देश जारी किए जाएं।
उल्लेखनीय है कि कैराना में जांच के लिए बीजेपी की 8 सदस्यीय टीम ने दौरा किया था। बीजेपी की इस टीम में राज्य के तीन सासंद राघव लखन पाल, सुरेश खन्ना और सत्यपाल सिंह के अलावा यूपी के पूर्व डीजीपी बृजलाल भी शामिल थे। बीजेपी जांच दल ने कैराना में दो परिवारों से भी मुलाकात की, जिनके सदस्यों की साल 2014 में स्थानीय गुडों ने हत्या कर दी थी। इस टीम का नेतृत्व सुरेश खन्ना ने किया था।
क्या कहती है रिपोर्ट –
सूत्रों की मानें तो कैराना के मुद्दे पर बीजेपी सांसदों और नेताओँ की टीम की रिपोर्ट कैराना की बेहद भयावह तस्वीर पेश करती है ! रिपोर्ट कहती है कि बीजेपी नेताओँ की टीम ने जो देखा वह रुह कंपा देने वाला है ! खास बात यह है कि रिपोर्ट कहती है कि आज हिंदुओँ को निशाना बनाया जा रहा है पर बहुत जल्द मुस्लिम व्यापारियों और वहां रहने वाले दूसरे संप्रदाय के लोगों को भी बख्शा नहीं जाएगा !
रिपोर्ट के मुताबिक यह मामला सिर्फ रंगदारी तक ही सीमित नहीं है ! रियल एस्टेट के लिए यह गैंग अपनी दहशत का इस्तेमाल कर रहे हैं ! दरअसल लोग सिर्फ इसलिए रुके है कि उनकी प्रापर्टी के सही दाम नहीं लग रहे ! ऐसे में यह गैंग लोगों डरा धमका रहा है और इसी दहशत के चलते इस गैंग के ही गुर्गों को लोग औने-पौने दाम पर जमीन बेच कर भाग रहे हैं ! यानी दहशत का इस्तेमाल कर कौडियों के दाम खरीद कर यह गैंग अब अरबों बनाने की फिराक में है !
दरअसल यह पूरा मामला किसी एक संप्रदाय से जुडा नहीं है ! रिपोर्ट के मुताबिक मामला सांप्रदायिक तब होता जब किसी एक संप्रदाय के आम लोग इसमें शामिल होते ! यहां तो अपराधी इशारा कर रहे और सरकारी मशीनरी उसका पालन ऐसे में कोई खास संप्रदाय की दिक्कत नहीं है ! बस इतना है कि दिक्कत सबको होनी है किसी को पहले किसी को बाद में. बारी सबकी आऩी है !
रिपोर्ट- @शाश्वत तिवारी