खंडवा- मध्य प्रदेश खंडवा में उम्र के आखिरी पढ़ाव एक बुजुर्ग महिला जिला अस्पताल में अपनों की राह देख रही है। खासतौर पर उनकी जिसे उसने अपने प्यार और स्नेह से बढ़ा किया। इस महिला के नाती रिश्तेदार सभी खंडवा में है, लेकिन कोई भी इसकी सुध लेने नहीं आता।
पिछले एक माह से इस महिला की देखभाल अस्पताल का नर्सिंग स्टाफ कर रहा है और अब वही उसके रिश्तेदार बन गए है। खंडवा के कुछ समाजसेवी भी उसकी देखभाल के लिए सामने आए है। जिनमे भूपेंद्र सिंह चौहान, सुनील जैन, मुबारिक पटेल प्रमुखता से शामिल हैं। जिन्होंने बुजुर्ग महिला तीमारदारी तो की ही है साथ ही यह भी बता दिया कि खंडवा में मानवता अभी बाकि है। इनके मुताबिक महिला को जल्द ही शासन के सहयोग लेकर वृद्धा आश्रम पहुंचाएंगे। जहाँ उनकी देखरेख और भलीभांति की जा सके।
ये दुःखद घडी आई है लगभग 80 साल की तुलसा बाई की जिंदगी में जिसे करीब महीने भर पहले कोई अस्पताल में भर्ती कर गया था। भर्ती करने के बाद कोई भी उसे लेने नहीं आया। तभी से अस्पताल का स्टाफ ही उसकी देखभाल कर रहा है। उम्र और पोषकतत्वों की कमी से इस महिला का शरीर एकदम कमजोर हो गया है लेकिन मानसिक रूप से वह अभी भी मजबूत है। इस बुजुर्ग महिला के लिए बेड पर अस्पताल से खाना पहुचता तो है लेकिन खाना खाने की शक्ति नहीं बची। उसकी सुनने और समझने की शक्ति उम्र के इस पड़ाव में भी बरकरार है। बस कमी है तो उनकी जिसे वह अपना समझती थी। जिनको नाजों लाड से पाला था।
वह बताती है कि उसके तीन बच्चे थे लेकिन सभी की मौत हो गई। उसके जेठ और उनके बच्चों के भरोसे वह खंडवा के लाल चौकी क्षेत्र की झुग्गी बस्ती में रहती थी। लेकिन अब उनके द्वारा भी कोई सुध न लेने से उसकी यह हालत कि अब वह अस्पताल स्टाफ और समाजसेवियों के भरोसे ही है।
बोझ बना बुढ़ापा, भगवान की शरण चाहिए
उम्र के जिस पढ़ाव पर जब बुजुर्गों को अपनों से ज्यादा सहायता की उम्मीद होती है उस समय जब वही मुह मोड़ ले तो बुढ़ापा बोझ लगने लगता है। इस महिला के साथ भी यही हुआ। लेकिन अपनों के छोड़ जाने के बाद अब इस बुजुर्ग महिला की शहर के कुछ समाजसेवी सेवा में लगे है। महिला का यही कहना है कि उसे ओम्कारेश्वर तीर्थ क्षेत्र में भगवान के पास छोड़ दिया जाए जिससे उसे मुक्ति मिल जाए।
अपनों पर लगा सवालिया निशान
डॉक्टर और अस्पताल का स्टाफ तो इस महिला की सेवा कर अपनी ड्यूटी निभा रहा है। लेकिन समाज के उन लोगो पर सवाल भी खड़े हो रहे है जो बुजुर्गों की अनदेखी कर रहे है। अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस के माध्यम से इस महिला के रिश्तेदारों को सूचित भी करवाया लेकिन आज तक इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं आया। फिलहाल यह महिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती है और समाजसेवी लोग इसकी सेवा कर रहे हैं।
रिपोर्ट- @निशात सिद्दीकी