नई दिल्ली- केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को मरुस्थलीय राज्य राजस्थान में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और कहा कि भारत ने कभी किसी देश पर हमला नहीं किया, लेकिन खुद पर हमला होने पर जवाब देते हुए गोलियां भी नहीं गिनता। राजस्थान दौरे के दूसरे दिन गृहमंत्री सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के मुनाबाओ सीमा चौकी गए।
गृहमंत्री ने बीएसएफ के जवानों को दिए अपने संबोधन में कहा, भारत ने कभी किसी पर हमला नहीं किया और दूसरों की जमीन हड़पने का हमारा कोई इरादा भी नहीं है। हमारी पंरपरा वसुधैव कुटुंबकम की रही है। हम कभी पहले गोलीबारी नहीं करते, लेकन जब हम पर हमला हो जाए तो जवाब देते हुए हम गोलियां भी नहीं गिनते।
उल्लेखनीय है कि राजनाथ सिंह का यह बयान भारतीय सेना द्वारा 29 सितंबर को नियंत्रण रेखा को पार कर आतंकवादियों के लांच पैड को निशाना बनाकर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच आया है। भारतीय सेना ने यह सर्जिकल स्ट्राइक 18 सितंबर को उड़ी सेक्टर में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में किया। बीएसएफ की सराहना करते हुए राजनाथ सिंह ने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए हरसंभव कार्य करेगी।
उन्होंने कहा कि कुछ जगहों पर क्षतिग्रस्त हुए अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर लगे बाड़ की मरम्मत तत्काल करवाई जाएगी और समय-समय पर मरम्मत भी करवाया जाएगा। गृहमंत्री ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर गश्त को और चाक-चौबंद बनाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सीमा के समानांतर एक सडक़ भी बनवाई जाएगी और फ्लड लाइड भी लगवाए जाएंगे।
कुछ अंतर्राष्ट्रीय सीमा चौकियों पर फोन की सुविधा के अभाव का जिक्र करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमा के नजदीक और मोबाइल टॉवर लगवाए जाएंगे, जिससे संपर्क सुविधा सुनिश्चित की जाए। साथ ही उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय सीमा चौकियों के लिए और सैटेलाइट फोन दिए जाने का आश्वासन भी दिया। गृहमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार जल्द ही बुलेटप्रूफ जैकेट की कमी की समस्या का समाधान करेगी और कम वजन वाले बुलेटप्रूफ जैकेट मंगवाएगी। दौरे के पहले दिन शुक्रवार को राजनाथ सिंह जैसलमेर जिले के मुरार और उससे लगी हुई अंतर्राष्ट्रीय सीमा चौकी गए थे, जहां उन्होंने बीएसएफ जवानों से बातचीत भी की।
बॉर्डर पर बढ़ाई जाएंगी सुविधाएं
उन्होंने बताया कि बॉर्डर पर भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बॉर्डर के पेरलल नहीं सड़के बनाई जाएंगी। जिसे समयानुसार देखा व रिपेयर किया जाएगा। उन्होंने बताया कि लाइट भी रोड पर बॉर्डर के पेरलल खड़ी की जाएंगी जिससे बॉर्डर पेट्रोलिंग में सहायता मिल सके। मोबाइल कनेक्टिविटी को बॉर्डर पर सुधारा जाएगा। सेटेलाईट फोन बॉर्डर पर मुहैया करवाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि बुलेट प्रूफ जेकेट की कमी को दूर किया जाएगा तथा जेकेट्स को हल्का बनाने की पूरी कोशिश की जाएगी। उन्होंने सीमा चौकियों पर पीने के पानी की कमी पर कहा कि हर बीओपी को पाइप लाइन से जोड़ेंगे।
जवानों के हौसले की तारीफ की
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जिस तरह किसान अपनी जान लगाकर अपने खेत की हिफाजत करता है। उसी तरह सीमा सुरक्षा बल के जवान भी देश की हिफाजत में जुटे हैं। एक दिवसीय दौरे पर मुनाबाव पहुंचे गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सैनिक सम्मेलन के दौरान जवानों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि यह बेहद खुशी की बात है कि सरहद पर सुरक्षा व्यवस्था संतोषप्रद है. उन्होंने जवानों की समस्याएं जानने के साथ केन्द्र सरकार की ओर से हरसंभव मदद करने का भरोसा दिलाया। इससे पूर्व केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। केन्द्रीय गृह मंत्री सिंह ने मुनाबाव दौरे के दौरान सीमा सुरक्षा बल केअधिकारियों से सुरक्षा व्यवस्था संबंधित जानकारी भी ली।
गृह मंत्री के साथ कई नेता रहे मौजूद
मुनाबाव में उन्होंने सैनिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए जवानों की हौसला अफजाई की। इस दौरान केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू, राजस्थान के गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया, सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक केके शर्मा, बाड़मेर-जैसलमेर सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी, सीमा सुरक्षा बल के महानिरीक्षक अजय कुमार तोमर, महानिरीक्षक पुलिस हवासिंह घुमरिया, उप महानिरीक्षक एमपीएस भाटी, बाड़मेर सेक्टर के उप महानिरीक्षक प्रतुल गौतम, जिला कलक्टर सुधीर शर्मा, पुलिस अधीक्षक डा.गगनदीप सिंगला, बायतू विधायक कैलाश चौधरी समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
गौरतलब हैं कि शुक्रवार को गृह मंत्री ने मुरार सीमा चौकी का मुआयना किया था। उन्होंने जैसलमेर में एक हाई लेवल मीटिंग का नेतृत्व किया जिसमें 4 राज्यों के मंत्रियों व ऑफिसरों ने हिस्सा लिया था।