मुंबई- टाटा सन्स के अंतरिम चेयरमैन रतन टाटा और कंपनी के चेयरमैन पद से हटाए गए साइरस मिस्त्री ने पीएम मोदी से मुलाकात करते कंपनी के बोर्डरूम में हुई उथल-पुथल के बारे में बताया था।
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया ने सूत्रों के हवाले से अपने रिपोर्ट में लिखा है कि इस सप्ताह टाटा सन्स के चेयरमैन पद से हटाए गए साइरस मिस्त्री ने गुरुवार को पीएम मोदी से मुलाकात की थी, साथ ही यह समझा जा रहा है कि उन्होंने पीएम मोदी के सामने कंपनी के बोर्डरूम में मची उथल-पुथल के बारे में अपने विचार रखे थे। इसके बाद शुक्रवार को रतन टाटा दिल्ली पहुंचे और करीब 20 मिनट तक पीएम मोदी के साथ मुलाकात की।
इस दौरान कंपनी में बोर्ड लेवल हुए बदलाव के बारे में पीएम मोदी को बताया। साथ ही सूत्रों के हवाले से लिखा गया है कि जिस दिन मिस्त्री को टाटा सन्स के चेयरमैन पद से मिस्त्री को हटाया गया था, उस दिन रतन टाटा ने वित्तमंत्री अरुण जेटली से बातचीत की थी और उन्हें उन परिस्थितियों के बारे में बताया, जिनकी वजहों से उन्हें यह फैसला उठाया गया।
बता दें, इस सप्ताह साइरस मिस्त्री को कंपनी के चेयरमैन पद से हटा दिया गया था। इसके बाद बोर्ड मीटिंग में रतन टाटा को चार महीने के लिए अंतरिम चेयरमैन चुना गया था। साथ ही नए चेयरमैन के लिए कमिटी का गठन भी किया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक साइरस मिस्त्री को टाटा ग्रुप के चेयरमैन पद से हटाए जाने से पहले पद छोड़ने को कहा गया था। लेकिन मिस्त्री ने इससे इनकार कर दिया था। मिस्त्री के इनकार के बाद जब मीटिंग में उन्हें हटाने का प्रस्ताव पास किया गया तो साइरस ने इसे अवैध करार दिया।
बताया जाता है कि ऐसा कहकर मिस्त्री मीटिंग छोड़कर चले गए। बोर्ड मीटिंग में साइरस मिस्त्री को हटाए जाने के फैसले के अलावा एक प्रस्ताव भी पास किया गया, जिसके तहत 70 साल की उम्र सीमा को समाप्त किया गया। इसके चलते रतन टाटा को अंतरिम चेयरमैन चुना गया। वहीं नए चेयरमैन की नियुक्ति तक चीफ ऑपरेट ऑफिसर फारुख नरीमन सुबेदार को ग्रुप को चलाने के लिए फाइनेंशियल पावर दी गई है। [एजेंसी]