खंडवा : केन्द्र सरकार के नोटबंदी के फैसले पर लोगों की राय जानने के लिए माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के विस्तार परिसर कर्मवीर विद्यापीठ (खण्डवा) के विद्यार्थियों ने पुराने नोट बदलने और नये नोट निकालने के लिए बैंकों और एटीएम की कतारों में लगे लोगों से रुबरु होकर प्रश्नावली के माध्यम से उनकी राय जानी। नोटबंदी पर लोगों की संतुष्टी, उनकी परेशानियां, हवाला कारोबार, भ्रष्टाचार, कालाबाजारी और प्लास्टिकमनी के उपयोग जैसे विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों को इस प्रश्नावली में शामिल किया गया।
8 नवम्बर को केन्द्र सरकार के नोटबंदी के फैसले से पांच-सौ और एक हजार के नोट बंद कर दिये गये, जिनकों बदलवाने के लिए लोग अपना काम-काज छोड़कर बैंकों और एटीएम के बाहर लम्बी-लम्बी कतारों में खड़े हैं। आलम यह हो चला है कि युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों को अपने नोटों को बदलवाने के लिए बैंकों और एटीएम के बाहर घण्टों कतारों में इतंजार करना पड़ रहा है। वहीं मीडिया संस्थान कर्मवीर विद्यापीठ के विद्यार्थियों ने खण्डवा शहर की अलग-अलग बैंकों की शाखाओं और एटीएम की लाईनों में लगे लोगों से नोटबंदी पर उनकी राय को जाना।
मीडिया के विद्यार्थियों ने प्रश्नावली के माध्यम से लोगों की राय जानी, जिसमें नोटबंदी को लेकर बीस अलग-अलग प्रश्न पूछे गये। प्रश्नावली में नोटबंदी से लोगों को होने वाली परेशानियां उनकी संतुष्टि, प्लास्टिक मनी के उपयोग, नोटबंदी से जनता को फायदा, हवाला कारोबार, भ्रष्टाचार, महंगाई, नकली नोटों का कारोबार, भारतीय अर्थव्यवस्था और सरकार के कमजोर इंतजाम आदि महत्वपूर्ण मुद्दों को शामिल किया गया। वहीं दूसरी ओर मीडिया के विद्यार्थियों द्वारा किये गये सर्वे से लोगों में उत्साह देखा गया। सर्वेक्षण के संचालनकर्ता कर्मवीर विद्यापीठ के अतिथि प्राध्यापक नितिन भगौरिया ने बताया कि जल्द ही इस सर्वे की रिपोर्ट को लोगों के सामने प्रस्तुत किया जायेगा। सर्वेक्षण में प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ. रंजन सिंह, प्रमोद सिन्हा, राजेन्द्र परसाई, ओमप्रकाश चौरे, अरुण कुमार पाटिलकर, अंकुर राजावत और छात्र-छात्राएं शामिल रहे।