मुंबई : नोटबंदी का फैसला सरकार ने इसलिए किया, ताकि कालाधन पर रोक लगाया जा सके। सरकार 500-1000 के नोट पर बैन लगाकर भ्रष्टाचार और कालेधन के कारोबार पर रोक लगाना चाहती है, लेकिन अब बैंक ही इस गोरखधंधे में जुट हैं। बैंकों की मदद से लोग अपनी ब्लैकमनी को व्हाइट करने में लगे हुए हैं।
प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार को एक्सिस बैंक के चार्टड एकाउंटेंट राजीव सिंह को गिरफ्तार किया। राजीव पर पैसों के हेरफेर का आरोप लगा था। उसपर फर्जी कंपनी के जरिए 49 करोड़ के काले धन को सफेद करने का आरोप लगा। इस खुलासे के बाद ईडी ने अलग-अलग शहरों में बैंकों की 50 शाखाओं पर छापेमारी की है।
ईडी ने दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, अहमदाबाद, लखनऊ, गोवा, चंडीगढ़ और जयपुर में 10 बैंकों की 50 शाखाओं में छापेमारी की। बैंक को शक है कि इस कारोबार में और भी कई लोग शामिल हैं और बैंकों में हवाला का पैसा आ रहा है। ईडी के मुताबिक बैंकों की मदद से हवाला कारोबारियों ने इसकाम को अंजाम दिया है। उन्होंने पैसा एक बैंक अकाउंट में जमा किया, फिर तुरंत ही उन्हें दूसरे एकाउंट में ट्रांसफर कर दिया। फिर उसे पैसे को निकालकर उसे सोने के रुप में असली मालिक तक पहुंचा दिया गया। इतना ही नहीं बैंक अधिकारियों की मदद से कुछ लोगों को किसी और के पहचान पत्र के आधार पर तय लिमिट से ज्यादा पैसा दिए गए। लेकिन अब ऐसे बैंक अधिकारियों और ऐसे अकाउंट होल्डर्स की पहचान में जुट गया है। इसके लिए बैंक ऑडिटर्स की मदद ली जा रही है।