लखनऊ- उत्तरप्रदेश 2017 में होने वाले विधानसभा के आम चुनाव से पहले बीएसपी के कई प्रत्याशी बदले जाएंगे। बीएसपी प्रमुख मायावती ने इस तरह के संकेत पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों को दिए हैं। इसके लिए विपक्षी पार्टियों के टिकट वितरण पर खास नजर रखने को कहा गया है।
यूपी में आज के मौजूद समीकरणों को ध्यान में रखते हुए बीएसपी का कुछ सीटों पर बदलाव तय है। बताते चले की बीएसपी अपने ज्यादातर प्रत्याशी पूर्व में ही घोषित कर चुकी है। सिर्फ 10 फीसदी सीटें ही ऐसी हैं जहां प्रत्याशी घोषित नहीं हुए हैं। इन सीटों पर प्रत्याशी तलाशने की कार्यवाही तेज है। वहीं जो घोषित हैं, उनमें भी 10 फीसदी प्रत्याशी और बदले जाएंगे। दरअसल बीएसपी ने इस बार मुसलमान प्रत्याशियों को सबसे ज्यादा करीब 120 को टिकट दिए हैं। वहीं 85 सवर्ण और 100 ओबीसी को टिकट दिए हैं। सभी रिजर्व सीटों पर दलित प्रत्याशियों को टिकट दिया गया है। बीएसपी की नजर इस बात पर है कि कांग्रेस और सपा कहां किसको टिकट देती हैं। बीएसपी के अलावा सपा और कांग्रेस ने भी मुसलमान प्रत्याशी उतारे हैं, वहां यदि पार्टी का प्रत्याशी कमजोर लगेगा तो उसकी जगह दूसरी जाति के प्रत्याशी को उतारा जा सकता है। इसी तरह किसी सीट पर ओबीसी प्रत्याशियों की संख्या भी तीन या चार होने पर वहां टिकटों में बदलाव किया जा सकता है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि बीएसपी प्रत्याशियों का बदलाव जनवरी अंत में कर सकती है। हालांकि चुनाव अधिसूचना पर भी काफी कुछ निर्भर होगा। यदि चुनाव फरवरी तक नहीं होता तो प्रत्याशी बदलाव के लिए कुछ इंतजार किया जाएगा। इसकी वजह यह है कि दूसरी पार्टियां भी तब तक अपने काफी प्रत्याशी घोषित कर चुकी होंगी। ऐसे में जनवरी अंत तक बीएसपी 10 प्रतिशत नए प्रत्याशी घोषित करने के साथ ही इतने ही प्रत्याशियों में बदलाव की उम्मीद है। मायावती ने यह भी निर्देश दिए हैं कि ज्यादातर प्रत्याशी घोषित ही हैं, ऐसे में जमीनी स्तर पर प्रचार में कोई कमी कसर न छोड़ी जाए। प्रत्याशियों के साथ संगठन के लोग घर-घर तक संपर्क अभियान तेज करें और सभी समाज के लोगों तक अपनी बात पहुंचाएं।
रिपोर्ट- @शाश्वत तिवारी