पुणे- नोटबंदी के बाद से ज्यादातर व्यापारी अपने काले धन को सफेद बनाने और अपने पुराने नोटों को नए नोटों में बदलने के लिए बिचौलियों का इस्तेमाल कर रहे हैं, वहीं यहां एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें पुणे के एक व्यापारी को अपने सफेद धन को काले धन में बदलते हुए पकड़ा गया है।
– इस व्यापारी के द्वारा किया गया ट्रांजैक्शन 200 करोड़ से भी ज्यादा का है। पुणे का यह उद्योगपति ऑटोमोबिल पार्ट्स बनाने का काम करता है। डायरैक्टर जनरल ऑफ सैंट्रल एक्साइज इंटेलिजैंस ने व्यापारी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
– व्यापारी के पुणे के कल्याणी नगर स्थित आवास पर छापेमारी में अधिकारियों ने नए नोटों में 13 लाख रुपए का कैश बरामद किया है।
– इसके अलावा अधिकारियों ने ऐसे डॉक्युमैंट भी जब्त किए हैं जिनसे पता चलता है कि इस व्यापारी ने अपनी कंपनी के अकाउंट और बैंकिंग चैनल का इस्तेमाल कर 200 करोड़ रुपए से भी ज्यादा धन अपने एजैंटों को ट्रांसफर किया है। इस व्यापारी से संबंधित एक बिचौलिये ने इस बारे में एक छापे के दौरान खुलासा किया था। यह बिचौलिया ऑटो पाट्र्स की सप्लाई के लिए फर्जी बिलों का इस्तेमाल कर रहा था। व्यापारी ने एजैंट के फर्जी बिलों के आधार पर पेमेंट किया है।
व्यापारी का दावा है कि उसने सरकार से ड्यूटी ड्रॉबैक के रूप में 20 करोड़ रुपए भी हासिल किए हैं जोकि अपने आप में एक और फर्जीवाड़े का मामला बनता है। अधिकारियों ने इस व्यापारी के 7 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की है और इसके एजैंटों से कई डॉक्युमैंट हासिल किए हैं।