लखनऊ- मायावती ने बीएसपी और अपने भाई आनंद कुमार के खाते में जमा पैसों के बारे में मंगलवार को सफाई दी। उन्होंने कहा, ”दिल्ली में बीएसपी के बैंक अकाउंट में नियमों के हिसाब से पैसा जमा किया है।ये पैसा जब जमा हुआ था उस समय नोटबंदी नहीं थी। हमारे पास एक-एक पैसे का हिसाब है।
नोटबंदी पर हुए सभी सर्वे झूठे और गलत हैं- मायावती
मायावती ने कहा की अगर मोदी सरकार में जरा भी हिम्मत और ईमानदारी है, तो बीएसपी के साथ-साथ बीजेपी के खातों की भी जांच की जाए। बीएसपी की इमेज खराब करने की कोशिश की जा रही है। मैं बीजेपी का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं क्योंकि पहले भी जब मेरे खिलाफ ऐसे आरोप लगे, हमारी पार्टी यूपी में पूर्ण बहुमत के साथ जीतकर लौटी।”
अब मुस्लिम हमारे साथ आ गए हैं- मायावती
बता दें कि दिल्ली में यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया की करोल बाग ब्रांच में बीएसपी के खाते में 104 करोड़ और मायावती के भाई आनंद कुमार के खाते में 1.43 करोड़ रुपए की रकम जमा करने का खुलासा हुआ है। एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) ने सोमवार को बैंक में सर्वे के दौरान यह मामला पकड़ा।
ट्रिपल तलाक का मुद्दा मुसलमानों पर छोड़ दें- मायावती
मायावती ने कहा की बीएसपी ने एक प्रोसेस के तहत ही बैंक में पैसा जमा कराया है। बीजेपी सरकारी मशीनरी का गलत इस्तेमाल कर रही है। मायावती ने कहा की 31अगस्त से लगातार में उत्तर प्रदेश में रही हूं। उसी दौरान ये पैसा आया। ये वो वक्त था जब नोटबंदी नहीं हुई थी। इसी दौरान बीजेपी समेत दूसरी पार्टियों ने भी पैसा जमा कराया था।
दलित वोट पर अधिकार रखने वाली मायावती का ढहता कुनबा
मायावती के अनुसार लोगों ने सदस्यता अभियान के जरिए ही ये पैसा जमा कराया, वो सहूलियत के हिसाब से लोग बड़े नोट ही लाते थे। मयक़ति ने कहा की हमारे पास एक-एक पैसे का हिसाब है, हमारे लोगो ने अपनी पूरी निष्ठापूर्वक के साथ एक-एज पैसे जमा कराया गया।
रिपोर्ट- @शाश्वत तिवारी