मुंबई : टीसीएस के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ रहे नटराजन चंद्रशेखरन को टाटा संस का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है। वह 21 फरवरी, 2017 को अंतरिम चेयरमैन रतन टाटा की जगह लेंगे। पिछले साल 24 अक्टूबर को समूह के चेयरमैन साइरस मिस्त्री को अपदस्थ कर रतन टाटा ने अंतरिम चेयरमैन के तौर पर समूह की कमान संभाल ली थी।
टाटा ने मिस्त्री पर लगाए गंभीर आरोप
तब से ही 150 साल पुराने इस ग्रुप के नियमित चैयरमैन की तलाश जारी थी, जो चंद्रशेखरन के तौर पर पूरी हुई है। वह टाटा संस के पहले गैर-पारसी चेयरमैन होंगे। इस नियुक्ति के पहले 5 सदस्यीय कमिटी ने चंद्रशेखरन का इंटरव्यू लिया था, जिसमें एक जवाब ने उनकी नियुक्ति को तय कर दिया था।
फोटोग्राफरों की पिटाई, टाटा ग्रुप ने माफी मांगी
चंद्रशेखरन से पूछा गया था कि वह मैन्युफेक्चरिंग को कैसे संभालेंगे? आपको स्टील या ऑटो सेक्टर को चलाने का अनुभव नहीं है? इस पर उन्होंने जवाब दिया कि मैं सबकुछ अकेले नहीं कर सकता हूं। मुझे गाइड करने के लिए एक टीम की जरूरत होगी। इससे अधिक खरा जवाब नहीं हो सकता था और इसके बाद उनका नाम फाइनल कर दिया गया।
रतन टाटा और साइरस पीएम मोदी से मिले थे
जब रतन टाटा ने जेआरडी टाटा से पदभार संभाल था, तब उन्हें भी टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कोई अनुभव नहीं था। उन्होंने एफसी कोहली के भरोसे पर टीसीएस की स्थापना की, जो आज टाटा समूह की फ्लैगशिप कंपनी है। चंद्रशेखर का जवाब यब बताता था कि वह जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार हैं।
सायरस को दिए गए थे पूरे अधिकार
टाटा संस के चेयरमैन पद से सायरस मिस्त्री को हटाए जाने के बाद जगुआर लैंड रोवर के बॉस राल्फ स्पेथ, यूनीलिवर के हरीश मनवानी और स्मिथ्स ग्रुप के जॉर्ज बर्कले भी इस पद की दौड़ में शामिल थे। लेकिन, अंत में समूह की आतंरिक व्यवस्था में शामिल व्यक्ति को ही कमान सौंपने का फैसला लिया गया।
इन्टॉलरेंस से मुक्ति चाहता है देश
54 वर्षीय चंद्रशेखरन को मुंबई में आयोजित टाटा संस की बोर्ड मीटिंग में चेयरमैन नियुक्त करने का फैसला लिया गया। इस चयन की सिफारिश पांच सदस्यीय सर्च कमेटी ने की थी। इस कमिटी में रतन टाटा, टीवीएस ग्रुप के हेड वेणु श्रीनिवासन, बेन कैपिटल के अमित चंद्रा, पूर्व राजनयिक रोनेन सेन और लॉर्ड कुमार भट्टाचार्य शामिल थे।