हरदा- मध्यप्रदेश के हरदा जिले में शिवराज मामा की भांजी मनचलो से नहीं महफ़ूज़ एक नाबालिग छात्रा ने छेड़छाड़ से तंग आकर तथा महिला पुलिस जांच अधिकारी के तल्ख लहज़े से परेशान होकर अपने घर में फाँसी लगा ली। घटना को लेकर परिजनों में गहरा आक्रोश है।
स्थिति को देखते हुए में अस्पताल में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। इधर आरोपी युवको के घर पर पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया है, जानकारी अनुसार मोहल्ले के ही समुदाय विशेष के कुछ बदमाशो की छेड़छाड़ से परेशान होकर छात्रा ने घर में लगाई थी। हरदा पुलिस ने मामले में कार्यवाही शुरू कर दी है।
पुलिस का कहना है कि शीघ्र आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा। अभी नाबालिग के पिता की शिकायत पर 10 लोगों के खिलाफ धारा 306,34 के तहत मामला दर्ज किया है।
उधर घटना के बाद शहर में भारी आक्रोश है। आक्रोशित लोगों ने नेशनल हाईवे 59 ए पर चक्काजाम कर दिया। हालांकि पुलिस अधिकारियों के आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारियों ने मार्ग से अवरोध हटा लिए। किशोरी द्वारा आत्महत्या करने से गुस्साए परिजनों ने गुरुवार सुबह भी जमकर आक्रोश प्रकट किया। समूह के रूप में बाजार में घूमकर दुकान बंद रख विरोध में शामिल होने की अपील की। इसके बाद वे जिला अस्पताल में भी एकत्रित हुए और सभी आरोपियों को पकडऩे की मांग को लेकर मुख्य द्वार के सामने धरना देकर बैठ गए। आक्रोशित परिजनों ने किशोरी के शव का पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार करने से इंकार करते हुए सभी आरोपियों की गिरफ्तारी और दोषी महिला पुलिसकर्मी को हटाए जाने की मांग पर अड़े रहे।
स्थिति को बिगड़ता देख एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने परिजनों को बताया कि मामले में सात आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है। अन्य तीन आरोपियों की तलाश में पुलिस पार्टी रवाना की गई है, वही महिला पुलिसकर्मी गाजीवती पुषाम के खिलाफ शाम तक जांच करवाकर सख्त कार्रवाई किए जाने का भरोसा दिया है।
उल्लेखनीय है कि मामलें में पुलिस ने दस आरोपियों शकीला, फारुख, सलमान, फिरोज, शेरू, अहमद शाह, सलीम, मेहमूद, कल्लू और बबलू के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। इनमें से सात को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। छेड़छाड़ करने वाले आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई करने में कोताही बरती तो उनके हौसले बुलंद हो गए। किशोरी द्वारा आत्मघाती कदम उठाने को इसी का परिणाम बताया जा रहा है।
ज्ञात हो कि बायपास रोड निवासी कक्षा 11वीं की छात्रा निधि धनगर ने बुधवार शाम फांसी लगाकर जान दे दी थी। उसके शव को जिला अस्पताल लाया गया। खबर मिलते ही समाजजन एकत्रित हो गए और पुलिस की लचर कार्यप्रणाली के खिलाफ जमकर आक्रोश जताया। उन्होंने अस्पताल चौकी में तोडफ़ोड़ भी की।
दरअसल बीते साल जुलाई में किशोरी ने आरोपियों के खिलाफ छेडख़ानी का प्रकरण दर्ज कराया था। परिजनों का कहना है कि नवंबर में जेल से बाहर आने के बाद आरोपी समझौता करने के लिए धमका रहे थे। इसी से तंग आकर किशोरी ने जान दी। एएसपी किरणलता केरकेट्टा ने जानकारी देते हुए बताया कि छेड़छाड़ का प्रकरण कोर्ट में विचाराधीन है। नवंबर में दी गई शिकायत पर क्या कार्रवाई हुई इसकी जांच की जाएगी। जांच अधिकारी द्वारा किशोरी के परिजनों पर ही उल्टे कार्रवाई करने की चेतावनी संबंधी सवाल पर एएसपी ने कहा कि इस बात की भी पड़ताल की जा रही है।
जाँच और कार्रवाई के भरोसे के बाद किया अंतिम संस्कार
मृत छात्रा के पिता रामुलाल तथा माँ राखिया बाई धनगर ने चर्चा के दौरान बताया की उनकी बेटी को आरोपियों ने इतना प्रताड़ित किया की उसने बदमाशों से तंग आकर छात्रा कुछ दिनों से स्कूल तक जाना बंद कर दिया था। जिसके बाद उसे स्कूल बस से भेजा जा रहा था। छात्रा के परिजनों ने महिला पुलिसकर्मी गाजीवती पुषाम पर आरोप लगाते हुए कहा की पुषाम ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न करते हुए उल्टा उनके खिलाफ मामला कायम करने की धमकी देते हुए मुंह बंद रखने की हिदायत दी थी जिसके बाद से मृतिका निधि परेशान थी। एसपी के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आश्वासन के बाद परिजनों ने भारी पुलिस व्यवस्था के बीच छात्रा का स्थानीय मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार कर दिया।
नगर हुआ बंद, तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात
मामले के प्रकाश में आने के बाद जिला मुख्यालय पर गुरूवार सुबह से ही तनाव की स्थिति नज़र आई। नगर के अधिकांश बाज़ार क्षेत्रों में दुकाने बंद रही। वहीँ दूसरी और कुछ संगठनो के कार्यकर्त्ताओं ने बाज़ार में घूमकर दुकानों को बंद कराया। मामले की गंभीरता और नगर में तनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती की गई है। पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार स्थिति को देखते हुए आसपास के जिलों से भी बल बुलाया गया है।
एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने छात्रा से छेड़छाड़ की शिकायत पर जांच में कोताही बरतने वाली महिला सब इंस्पेक्टर गाजीवती पुसाम को निलंबित कर दिया। एएसपी किरणलता केरकेट्टा ने बताया कि छात्रा की शिकायत पर जुलाई २०१६ में छेड़छाड़ का प्रकरण दर्ज हुआ था।
रिपोर्ट- @जितेंद्र वर्मा