ह्यूस्टन : राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले दिनों जो बैन सात मुसलमान देशों पर लगाया, उससे भारत और भारतीय भी अछूते नहीं है, यह बात तो सभी को मालूम है। लेकिन अब उनके इस बैन की वजह से अमेरिका में बसे भारतीयों की जिंदगी आफत में पड़ सकती है। ह्यूस्टन में एक चिट्ठी मिली है जिसमें राष्ट्रपति ट्रंप से भारतीयों को देश से निकालने की मांग की गई है। इस चिट्ठी में लिखा है कि अमेरिका को मुसलमानों, भारतीयों ओर ज्यूईश को उनके देश भेजने की मांग की गई है।
यह घटना ह्यूस्टन के फोर्ट बेंड जिले डिस्ट्रिक्ट में हुई है जहां पर दक्षिण एशिया के लोगों की बड़ी आबादी है। इसमें कुछ इस तरह से लिखा है, ‘हमारे नए राष्ट्रपति डोनाल्ड जे ट्रंप, इस श्वेत राष्ट्र के लिए ईश्वर का वरदान हैं। हमें मुसलमानों, भारतीयों और ज्यूईश से छुटकारा पाने की जरूरत है। टेक्सास से चले जाओ और वहां वापस जाओ जहां से तुम सब आए हो।’ जिस परिवार को यह चिट्ठी मिली है वह दक्षिण एशिया का है और उनके पारिवारिक मित्र टोनी वधावन ने इसकी जानकारी दी। टोनी समेत पूरा परिवार इस घटना के बाद से काफी डरा हुआ है। उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि सिर्फ उन्हें ही निशाना बनाया गया है या फिर पहले उनके घर को धमकी के लिए चुना गया है। टोनी वधावन ने इसके बारे में बताया, ‘यह हर उस व्यक्ति के लिए नफरत फैलाने वाले शब्द हैं जो श्वेत एंग्लो समुदाय से ताल्लुक नहीं रखते हैं। इस चिट्ठी से तो यही पता लगता है।’
इस हफ्ते में यह इस तरह की दूसरी घटना है। इससे पहले फोर्ट बेंड में के सिएना प्लांटेशन में कई घरों के बाहर दिवारों पर पेंट से स्वास्तिक बना दिए गए थे। फोर्ट बेंड काउंटी के शेरिफ फिलहाल इस मामले की जांच कर रहे हैं। हाल ही में टेक्सास की यूनिवर्सिटीज में उन रिक्रूटमेंट पोस्टर्स को हटा दिया गया है जिन्हें श्वेत नागरिकों ने लगाया था। वर्ष 2017 की यह पहली घटना थी तो वर्ष 2016 में इस तरह की 10 घटनाएं दर्ज की गई।