नई दिल्ली- कानपुर हादसे का मास्टरमाइंड शमसूल हुदा को भारतीय खूफिया एजेंसियों की मदद से नेपाल पुलिस ने नेपाल से गिरफ्तार कर लिया है। पाकिस्तानी खूफिया एजेंसी ISI का संदिग्ध एजेंट शमसूल हुदा को कानपुर व अन्य रेल हादसों का मास्टर माइंड माना जा रहा है।
खबरों के मुताबिक हुदा दुबई में ISI का सक्रिय एजेंट था जिसे हाल ही में नेपाल भेजा गया था। हालांकि नेपाल आते ही हुदा को गिरफ्तार कर लिया गया है। इससे पहले बिहार पुलिस की जांच में हुदा से जुड़े आरोपियों ने कबूला था कि कानपुर में रेल हादसे की साजिश रची गई थी।
गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए मंगलवार को एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रेल हादसे की जांच में हुदा की गिरफ्तारी एक बड़ी सफलता है। गौरतलब है कि एनआईए पूर्वी चंपारण में रेलवे ट्रैक पर धमाके की कोशिश, इंदौर-पटना एक्सप्रेस हादसा और आंध्र प्रदेश के कोनेरू में हुए रेल हादसे की जांच कर रहा है।
एनआईए पहले से ही नेपाली अधिकारियों के संपर्क में है और हुदा से जल्द ही पूछताछ कर सकती है। एनआईए को बिहार पुलिस की जांच से पता चला है कि पिछले कुछ समय में हुए रेल हादसे के पीछे ISI का हाथ है।
‘सात लोगों ने मिलकर घटना को अंजाम दिया’
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक मोतिहारी से तीन आरोपी मोतीलाल पासवान, उमाशंकर पटेल और मुकेश यादव को गिरफ्तार किया गया था। इन तीनों आरोपियों से पूछताछ में एनआईए ने पाया कि देशभर में पटरियों को नुकसान पहुंचाने व ट्रैक पर आईईडी लगाकर उन्हें उड़ाने के पीछे मास्टरमाइंड हुदा का हाथ है।
आपको बता दें कि कानपुर के नजदीक हुए हादसे में 150 यात्री मारे गए थे, जबकि 200 से ज्यादा घायल हो गए थे। हादसे के बाद जांच में पाया गया था कि रेलवे ट्रैक को जानबूझकर किसी साजिश के तहत तोड़ा गया है। एनआईए को जांच में पता चला कि साजिश के पीछे पाकिस्तानी खूफिया एजेंसी का हाथ होने से इनकार नहीं किया जा सकता।
बिहार के मोतिहारी में पकड़े गए पुखरायां रेल हादसे के संदिग्ध मोती पासवान ने बताया कि बृजकिशोर गिरि के कहने पर उसने पुखरायां में अपने साथियों के साथ पटरी पर बम फिट किया था। बृजकिशोर को भी नेपाल में पकड़ा गया था। उसने पूछताछ में बताया था कि शमसूल हुदा दुबई में रहकर भारत में फेक करेंसी का कारोबार करता है।
शमसूल का भतीजा जियाउल हक और जियाउल का साथी जुबैर कानपुर के पुखरायां में हुई रेल दुर्घटना के मुख्य सूत्रधार हैं। बृजकिशोर ने पूछताछ में बताया कि पैसे मिलने के बाद उसने मोती पासवान समेत पांच युवकों का बिहार से कानपुर भेजा था जबकि जियाउल और जुबैर दिल्ली से आए थे। कुल सात लोगों ने मिलकर घटना को अंजाम दिया। [एजेंसी]