मंडला : कान्हा टाइगर रिजर्व वन और वन्य प्राणी संरक्षण के अपने दायित्वों के साथ – साथ सामाजिक सरोकार में भी अपनी भूमिका बखूबी अदा कर रहा है। प्रकृति की गोद में रहकर कान्हा का ज़मीनी अमला वन और वन्य प्राणियों की हिफाज़त के लिए दिन – रात मुस्तैद तो रहता ही है साथ ही वो पर्यावरण में इनके योगदान का संदेशवाहक भी है।
बिकिनी बेचकर कर रहीं जीवों और पर्यावरण की रक्षा !
तरह – तरह के वनस्पति, अनेक तरह के वन – जीव और दुर्लभ पक्षियों के आशियाने के लिए मशहूर कान्हा टाइगर रिज़र्व अब अपनी नई पहचान के लिए भी वाह वही लूट रहा है। फील्ड डायरेक्टर संजय शुक्ला के पार्क की कमान संभालने के बाद कान्हा में कई अनोखे प्रयोग का सिलसिला जारी है। कान्हा इन दिनों स्कूली छात्रों को पार्क भ्रमण कराकर वन, वन्य प्राणी और पर्यावरण संरक्षण का सन्देश दे रहा है। सामान्य छात्रों के साथ ही ख़ास छात्रों को भी पार्क का भ्रमण कराया जा रहा है।
पोर्न देखने से ज्यादा अनैतिक है पर्यावरण प्रदूषित करना
इसी कड़ी में जस्टिस तन्खा मेमोरियल स्कूल फॉर स्पेशल चिल्ड्रन के लिए नेचर कैंप का आयोजन किया गया। नेचर केम्प के दौरान बच्चों के लिये साईन लेगवेंज सहित एक फिल्म का प्रदर्शन किया गया। प्राकृतिक पथ पर भ्रमण करने के साथ ही बच्चों ने पार्क सफारी का भी आनंद लिया। केम्प में लास्ट वाइल्डरनेस फाउंडेशन, मुंबई की विद्या वेंकटेश व मिस भावना एवं ताज सफारी की संगीता मनी ने रोचक तरीके से बच्चों को प्राकृतिक एवं वन्यप्राणियों के संरक्षण हेतु प्रेरित किया। फील्ड डायरेक्टर संजय शुक्ला एवं डिप्टी डायरेक्टर अंजना सुचिता तिर्की के उपस्थिति में कार्यक्रम का समापन किया गया। प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किये गए। अंत में बच्चों ने साईन लेगवेंज में राष्ट्रगान की शानदार प्रस्तुती दी।
यह कोई पहला मौका नहीं था जब ख़ास बच्चों को पार्क भ्रमण कराया गया हो। जस्टिस तन्खा मेमोरियल स्कूल फॉर स्पेशल चिल्ड्रन, मंडला के ख़ास बच्चों के पहले जबलपुर के अनन्या मानव सेवा समिति नेत्रहीन कन्या प्रशिक्षण केंद्र की छात्राओं को भी सकुशल भ्रमण कराया जा चुका है। कान्हा इस तरह के बच्चों को पार्क भ्रमण कराने वाला संभवतः विश्व का पहला राष्ट्रीय उद्यान है।
@सैयद जावेद अली