लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि आज सत्ता के समय से ज्यादा पत्रकार दिखाई दे रहे है । सहारनपुर घटना पर सपा के उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मण्डल की जांच पर बोलतें हुए कहा कि पॉच लोगों की कमेटी बना कर सहारनपुर भेजा था । कमेटी मौके पर गयी पर गेस्ट हाउस से बाहर नहीं निकलने दिया गया । पर जानकारियों के अनुसार सांप्रदायिक दंगा बीजेपी विधायकों और सांसदों ने मिल कर करवाया जिससे कि पूरे प्रदेश में आग लगाई जा सके ।
14 अप्रैल को सड़क दूधिया गॉव में अम्बेडकर जयंती मनायी जा रही थी परंतु पिछले 15 साल से जुलूस की पाबन्दी को तोड़ते हुए बीजेपी के 500 लोग गॉव पहुंचे और जुलूस निकालने का प्रयास किया, प्रशासन द्वारा रोकने पर बीजेपी के लोगों ने पथराव किया और आम आदमी के साथ पुलिस अधिकारियों को मारा पीटा । ऐसी घटना इतिहास में कहीं नहीं मिलती है । इस घटना की न्यायिक जांच करवाई जाये । बेकसूरों को गिरफ्तार कर लिया गया है और दोषियों को पकड़ा नहीं जा रहा है । सहारनपुर के सपा विधायक संजय गर्ग ने बताया कि पूरे सहारनपुर में अम्बेडकर जयंती पर जुलूस निकालने की अनुमति नहीं दी पर भगवा गमछे पहने लोगों ने नंगा नाच किया । लोगों का धर्म पूछ कर मारा पीटा गया । बीजेपी के सांसद, विधायक, नगर अध्यक्ष आदि ने बाहर से लोगों को ला कर मीडिया और पुलिस अधिकारियों को मारा जिसकी न्यायिक जांच की कमेटी मांग करती है ।
अखिलेश ने कहा कि मीडिया वालों को वहॉ न केवल मारा गया बल्की कैमरे तोड़ दिये गये और पुलिस वालों को भी नहीं बक्शा । पुलिस कप्तान के कमरे में जबरन घुस गये । वो पुलिस कप्तान अच्छा आदमी है पर बीजेपी के लोगों ने उन्हे भी नहीं छोड़ा । ये लोग रुतबे से गुंडागर्दी कर रहे है और ये खतरनाक है । दुकानों के लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं किया जा रहा है । गुंडागर्दी का आरोप हम पर लगातें थे पर अब ये कौन से गुंडे प्रदेश में आ गये है । इलाहाबाद, प्रतापगढ़ में वकील मारे जा रहे है । ये प्रदेश कहॉ जा रहा है और ये लोकतंत्र के खिलाफ है । बीजेपी ने प्रदेशवासियों को समझाया नहीं बहकाया था । कानून व्यवस्था के नाम पर बीजेपी कोई बेहतर काम नहीं कर पा रही है । मुसीबत के मारे लोगों का भरोसा टूट गया है । कमेटी को धन्यवाद देते हुए कहा कि बीजेपी सांसद का सहारनपुर में ये कोई नया काम नहीं है वो बार बार ऐसे ही करते है । अम्बेडकर जयंती मनाने से कुछ नहीं होगा बाबा साहब का सपना पूरा करने का काम करे । योगी सरकार की परीक्षा पर बोलतें हुए कहा कि देखना है कि योगी महाराज अपने विधायकों और सांसदों पर क्या कार्यवाही करते है । ये लोग आसान तरीका निकाल कर चुनाव जीतना चाहते है पर ये गलत बात है ।
छत्तीसगढ़ की घटना को दुखद बतातें हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कहते थे नोटबन्दी के बाद नक्सली घटनाएँ बन्द हो जायेगी पर क्या हुआ । मारे गये जवानों को श्रद्धांजली देते हुए कहा कि ये हथियार कहॉ से आ रहे थे ये पता चलना चाहिए और नक्सलियों से बातचीत करने का रास्ता खुला रहना चाहिए ।
दिल्ली एमसीडी चुनाव पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि मेरे लिये दिल्ली दूर है । ईवीएम मशीन पर कहा कि हम ये देखना चाहते है कि यदि मशीन खराब हो जाती है तो कैसे ठीक की जाती है । बटन कहीं भी दबाओं पर साइकिल को वोट क्यों नहीं जाता है ।
योगी सरकार द्वारा छुट्टी रद्द करने पर कहा कि समाजवादियों ने सबसे ज्यादा छुट्टियां की थी । विधानसभा चुनाव में सपा की हार का जवाब देते हुए अखिलेश ने कहा कि हमारे परिवार का झगड़ा टीवी पर बहुत दिखाया गया । योगी सरकार द्वारा एंटी भू-माफिया टास्क फोर्स पर बोलतें हुए कहा कि पुलिस वहीं नाम जो मर्जी रख लिया जाये । लैपटॉप बांटने पर सवाल का जवाब देते हुए कहा कि बीजेपी परेशान है कि लैपटॉप पर मेरी और नेताजी की फोटो कैसे हटाई जाये ? किसानों के कर्ज माफ करने का भी ड्रामा है ये किसी गणित में नहीं आता है ।
रिपोर्ट @शाश्वत तिवारी