समस्तीपुर: नौवीं की एक छात्रा को हाथ-पैर बांध जिंदा जला दिया गया। कुछ दिन पहले किशोरी के परिजनों ने दुष्कर्म पीडि़त एक लड़की की मदद की थी। बदले की भावना से दो युवकों ने इस वीभत्स घटना को अंजाम दिया।
दिल दहला देने वाली यह घटना विद्यापतिनगर थाना क्षेत्र के हरपुरबोचहा गांव की है। घटना के विरोध में आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर करीब पांच घंटे तक प्रदर्शन किया। विधानसभा अध्यक्ष के आश्वासन पर लोग माने।
इस मामले में तीन आरोपितों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। आरोपित और उसके परिजन फरार हैं।
हरपुरबोचहा गांव निवासी दवा व्यवसायी सुनील कुमार राय की पुत्री आकांक्षा कुमारी उर्फ अंशु (14) मोहिउद्दीननगर स्थित एक स्कूल में नौवीं की छात्रा थी। मंगलवार की दोपहर वह अपने घर में अकेली थी।
उसी समय पड़ोस के ही दो युवक अमित और सुमित पहुंचे और उसे जबरन उठा ले गए। पास के ही एक सुनसान घर में ले जाकर मुंह व हाथ-पैर बांध दिए। इसके बाद केरोसिन छिड़ककर आग लगा दी।
उसकी चीख-पुकार सुन आसपास के लोग और परिजन मौके पर पहुंचे तो युवक भाग निकले। छात्रा को गंभीर हालत में पटना के एक निजी हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया।
इलाज के दौरान देर रात करीब दो बजे उसकी मौत हो गई। मरने से पहले छात्रा ने परिजन को घटना में अमित और सुमित के अलावा तीन अन्य के शामिल होने की बात बताई।
बदले की भावना से घटना
ग्रामीणों के अनुसार आरोपित युवकों में से एक कुछ दिन पूर्व गांव की ही एक किशोरी को भगा ले गया था। इसमें अन्य आरोपितों ने साथ दिया था। इस मामले में आकांक्षा के परिजन ने पीडि़त किशोरी के परिवार की मदद की थी।
इसी बात को लेकर अपहरणकर्ता छात्रा के परिजन को अंजाम भुगतने की धमकी दे रहे थे। इस मामले में पुलिस को मौखिक शिकायत भी की गई थी, लेकिन कुछ नहीं किया गया।
शव आने पर भड़के लोग
बुधवार की सुबह करीब पांच बजे शव आने के बाद लोग आक्रोशित हो गए। छह बजे विद्यापतिनगर-महनार मुख्य पथ पर हरपुरबोचहा गांव के समीप शव को सड़क पर रख जाम कर दिया।
लोग आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। मौके पर पुलिस अधिकारी पहुंचे, लेकिन लोगों का गुस्सा ठंडा नहीं हुआ।
लोगों का कहना था कि कुछ दिन पहले गांव की ही एक किशोरी के अपहरण की जांच अवर निरीक्षक अशोक कुमार सिंह कर रहे थे। इसी मामले में छात्रा के परिजन ने पीडि़त किशोरी परिवार का साथ दिया था।
जिसके बाद से उन्हें धमकी मिल रही थी। मामले में अनुसंधानक ने आरोपितों का साथ दिया। लोग अवर निरीक्षक को निलंबित करने की मांग कर रहे थे।
करीब 11 बजे विधानसभा अध्यक्ष सह विधायक विजय कुमार चौधरी ने दूरभाष पर पीडि़त परिजन से बात कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद जाम हटा।