मुंबई: अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या के आरोप में जेल में बंद इंद्राणी मुखर्जी उन 200 महिला कैदियों में शामिल है, जिन पर जेल अधिकारियों ने शुक्रवार को एक महिला कैदी की मौत हो जाने के बाद दंगा भड़काने का आरोप लगाया है।
मुंबई के बीचोंबीच स्थित भायखला जेल के भीतर से मिली तस्वीरों में 44-वर्षीय इंद्राणी मुखर्जी जेल में हुए विद्रोह के दौरान जेल की छत पर अन्य महिला कैदियों के साथ खड़ी दिखाई दे रही है। इंद्राणी ने ही अन्य महिला कैदियों को कथित रूप से भड़काया और उन्हे अपने बच्चों को ढाल बनाने की सलाह दी।
उधर, जेल में महिला कैदी मंजुला शेट्टे की मौत का मामला भी गहरा गया है, और नागपाड़ा पुलिस ने महिला जेलर और पांच अन्य जेलकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक मंजुला शेट्टे के शरीर पर अंदरूनी ज़ख्म थे, जो मौत की वजह हो सकते हैं।
मंजुला शेट्टे के परिवार वालों ने जेलर पर मंजुला को थप्पड़ मारने का आरोप लगाया है, और परिजनों का आरोप है कि उसी पिटाई के बाद शुक्रवार शाम को मंजुला की मौत हो गई। शनिवार सुबह इसके विरोध में सैकड़ों महिला कैदियों ने जेल में धरना-प्रदर्शन किया था, और कुछ कैदी जेल की छत पर भी चढ़ गई थीं, जहां उन्होंने कागज़ भी जलाए थे।
मुंबई पुलिस प्रवक्ता डॉ रश्मि करंदीकर के मुताबिक रविवार को नागपाड़ा पुलिस ने भायखला जेल प्रकरण मामले में दो एफआईआर दर्ज की हैं। एक एफआईआर मंजुला की हत्या के मामले में दर्ज हुई है, जिसमें जेलर मनीषा पोखरकर और पांच अन्य जेलकर्मी आरोपी हैं। आईजी (जेल) बीके उपाध्याय के मुताबिक मामले में आरोपी सभी छह जेलकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
दूसरी एफआईआर जेल की तकरीबन 200 महिला कैदियों के खिलाफ है, जिन पर जेल में मारपीट और दंगा करने का आरोप है। इन आरोपियों में इंद्राणी मुखर्जी का भी नाम है।
ननद की हत्या करने के लिए उम्रकैद की सज़ा काट रही 31-वर्षीय मंजुला शेट्टे वर्ष 2005 से पुणे की यरवडा जेल में बंद थी, और उसे हाल ही में भायखला जेल में लाया गया था।