यूपी के बिजनौर ज़िले के मंडावर थाना प्रभारी सहजोर सिंह की कल देर रात गला काटकर हत्या कर दी गई। इंस्पेक्टर की सर्विस पिस्टल भी ग़ायब बताई जा रही है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया और पुलिस अधीक्षक सहित आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। हत्या के पीछे खनन माफिया के हाथ होने की आशंका है। आरोपियों की तलाश में पुलिस ने इलाके की खाक छान रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक सहजोर सिंह शुक्रवार शाम मंडावर थाने में कुछ जरूरी कागजात जमा कर रवाना हुए थे। शाम छह बजे तक उन्हें मंडावर में ही देखा गया था। इसके बाद रात में मूंजी में पानी लगाने ट्यूबवैल जा रहे ग्रामीणों ने उन्हें कांच की फैक्ट्री से 200 मीटर दूर खेत में पड़ा देखा।
ग्रामीणों ने तत्काल थाना पुलिस को सूचना दी कि बालावाली चौकी इंचार्ज सहजोर सिंह लहूलुहान पड़े हैं और उनकी बाइक सड़क पर मंडावर रोड पर पड़ी हुई है। थाने से उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई। जिला मुख्यालय से जिलाधिकारी जगतराज त्रिपाठी और पुलिस अधीक्षक अतुल शर्मा समेत कई अन्य अधिकारी तुरंत ही मौके के लिए रवाना हो गए।
थाना प्रभारी के मुताबिक चौकी इंचार्ज सहजोर सिंह का सर्विस पिस्टल भी गायब है। आशंका यही है कि हत्यारे पिस्टल भी ले गए हैं।
जहां हत्या हुई वह खादर का इलाका थाने से लगभग 8 किमी दूर है. इसके पास ही बालावाली गंगा पुल बिजनौर और हरिद्वार को जोड़ने वाला पुल है। अंग्रेजों के जमाने के इस पुल पर बस और ट्रक को छोड़कर बाकी वाहनों के लिए यातायात कुछ समय पूर्व ही शुरू किया गया है। गंगा के रेत का खनन यहां से होता है। आशंका है कि हत्या के पीछे खनन माफिया का हाथ हो सकता है।