सीहोर : मध्य प्रदेश के लगभग हर हिस्से में कर्ज और सूदखोरों से परेशान होकर किसानों की आत्महत्या का सिलसिला जारी है। किसानों की आत्महत्या से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गृह जिला सीहोर भी अछूता नहीं है। मंगलवार सुबह कर्ज से परेशान होकर एक और किसान ने जान दे दी। मुख्यमंत्री के गृह जिले में नौंवे किसान ने आत्महत्या की है। इस तरह राज्य में 23 दिन में आत्महत्या करने वाले किसानों की संख्या 39 हो गई है।
जानकारी अनुसार अहमदपुर थाना इलाके के गांव पथरिया में किसान सूरज पिता अमर सिंह गुर्जर (55) ने खुदकुशी कर ली। जानकारी के मुताबिक किसान के पास 1 एकड़ 25 डिसमिल जमीन है। उस पर कुछ कर्ज भी बताया गया है। परिवार वालों के अनुसार किसान घर में बोलकर गया था कि वो पहाड़ी पर जा रहा है, इसी दौरान उसने पत्थर पर चढ़कर इमली के पेड़ पर रस्सी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली।
जब कुछ ग्रामीण वहां से निकले तो उन्होंने उसे फांसी पर पलटकता पाया, इसके बाद इसकी सूचना उसके परिवार वालों और पुलिस को दी गई। कुछ ही देर में गांव वालों की भीड़ वहां जमा हो गई थी। पुलिस ने पहुंचकर शव को नीचे उतारा और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
सीहोर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अवधेश प्रताप सिंह ने किसान की आत्महत्या किए जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि प्राथमिक जानकारी के मुताबिक, सूरज का किसी रिश्तेदार से विवाद चल रहा था, जिसके चलते उसने आत्महत्या की, पुलिस शुरू कर दी है उसके बाद ही आत्महत्या की वास्तविक वजह पता चल पाएगी।
सीहोर जिले में पिछले 22 दिनों में आठ किसान खुदकुशी कर चुके हैं, उनमें बुदनी के किसान शत्रुघ्न मीणा, दोहरा थाना क्षेत्र के जिमोनिया खुर्द में बंशीलाल , जजना गांव के दुलीचंद्र, नसरुल्लागंज के लाचौर गांव के मुकेश यादव , सिद्दीकीगंज थाना क्षेत्र के बापचा गांव के 75 वर्षीय बुजुर्ग किसान खाजू खां, इच्छावर तहसील के पालखेड़ी गांव के किसान बाबू लाल ,कोतवाली थाना क्षेत्र के बडऩगर गांव के किसान जगदीश चौधरी ,बिलकिसगंज थाने के इमलीखेड़ा में किसान मारिया बारेला शामिल है।
Farmer Suicide In Shivraj Singh Chouhan’s Hometown Sehore