लखनऊ: जनता की कमाई मिनिस्टर्स के ऐशो-आराम पर खर्च नहीं करनी चाहिए, समाजहित मे इस नेक विचार के साथ यहाँ सीएम योगी आदित्यनाथ ने राज्य संपत्ति विभाग की उस फाइल को खारिज कर दिया है, जिसमें विभाग द्वारा मर्सिडीज बेंज की दो नई SUV खरीदने का प्रपोजल था। सूत्रों के मुताबिक सीएम ने फॉर्च्यूनर की जगह इनोवा गाड़ी खरीदने के आदेश दिए थे।
सपा-बसपा सरकार में खरीदी गई महंगी गाड़ियां
इससे पहले जहां पूर्व मुख्यमंत्री मायावती एक करोड़ की लैंड-क्रूजर से चलती थीं वहीं अखिलेश यादव डेढ़ करोड़ की मर्सिडीज का इस्तेमाल करते थे। अखिलेश यादव ने पिता मुलायम सिंह को भी उनके चलने के लिए मर्सिडीज़ गाड़ी दी थी। सपा सरकार जाने के बाद अब भी सीएम कोटे में दी गयी एक मर्सिडीज का मुलायम सिंह इस्तेमाल कर रहे हैं।
बताते चलें कि अखिलेश ने सरकारी पैसों से दो मर्सिडीज SUV खरीदी थीं। इसमें से एक गाड़ी उन्होंने अपने पिता मुलायम को दे दी थी। चुनाव हारने के बाद अखिलेश ने पुरानी मर्सिडीज सीएम स्टाफ को लौटा दी। लेकिन मुलायम सिंह ने अब तक कार नहीं लौटाई है। जब अफसरों ने मुलायम से गाड़ी वापस मांगने की बात उठाई तो योगी ने कहा कि नेताजी काफी बुजुर्ग हैं, उनसे गाड़ी न मांगी जाए। अगर वो खुद लौटा देते हैं तो ठीक है।
बीएसपी की सरकार के दौरान महंगे प्लेन ही नहीं, SUV गाड़ियों की लग्जरी फ्लीट भी खरीदी गई थी। सपा सरकार में आजम खान के लिए स्कोडा का टॉप मॉडल 37 लाख में खरीदा गया। ये गाड़ी अभी किसी मंत्री को नहीं दी गई है। योगी के करीबियों के मुताबिक सीएम दिखावे में यकीन नहीं रखते। उनका कहना है किी जनता की मेहनत की कमाई मंत्रियों को इस तरह से उड़ानी नहीं चाहिए।
बता दें कि सीएम बनने के बाद भी योगी सादगी भरा जीवन जीते हैं। उन्होंने वीआईपी कल्चर खत्म करने के लिए गाड़ियों से लाल-नीली बत्ती हटाने का भी फैसला सबसे पहले लागू किया था। वहीं सीएम आवास पहुंचते ही उन्होंने एसी हटवाने के भी निर्देश दिए थे। वह तख्त पर बिना एसी के सोते हैं वहीं मेहमानों के लिए ड्राइंगरूम में एसी लगवा रखा है। @शाश्वत तिवारी