समाजवादी पार्टी के नेता और महाराष्ट्र के विधायक अबू आज़मी ने कहा है कि अगर गौरक्षा के नाम पर मुसलमानों के साथ हिंसा नहीं रुकी तो वो भी हथियार उठा लेंगे फिर देश को संभालना बहुत मुश्किल हो जाएगा। आजमी का ये बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
बीते दिनों नागपुर में बीफ के शक में एक युवक की पिटाई के मामले में मीडिया से बात करते हुए अबू आज़मी ने ये बातें कहीं। आज़मी ने कहा कि देश में जहां-जहां बीजेपी की सरकार है वहां ऐसी घटनाएं हो रही हैं। गौरक्षकों पर भड़कते हुए आज़मी ने कहा कि अगर ये लोग इतने वीर बनते हैं तो क्यों नहीं अमरनाथ जाकर आतंकियों से लड़ते हैं।
गौरक्षा के नाम पर देश में हो रही मुसलमानों की हत्या पर आजमी ने ये भी कहा कि आज का माहौल देख कर लगता है कि गाय-बैल की जिंदगी इंसान से कीमती हो गई है। अबू आज़मी ने कहा कि जिस तरह जुनैद की हत्या करने में पूरी ट्रेन ने हत्यारों का साथ दिया उसे देख आज मुसलमान ट्रेन से सफर करने में डर रहा है।
आज तक से बात करते हुए आजमी ने कहा कि हर एक्शन का एक रिएक्शन होता है। आज मुसलमानों को मारा जा रहा है, कल अगर इनके सब्र का बांध टूटा तो ये लोग भी हथियार उठा लेंगे, उस दिन देश को संभालना मुश्किल हो जाएगा। आज़मी ने एक घटना का भी जिक्र करते हुए बताया कि एक गौरक्षक को कुछ मुसलमानों ने अकेले में पाकर बहुत पीटा है। आने वाले दिनों में ऐसी ही नौबत पूरे देश में आ सकती है। आजम के इस बयान को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए मुसलमान अपनी सहमति जता रहे हैं।
अबू आजमी के इस बयान पर मुस्लिम यूजर्स लिख रहे हैं कि अब मुसलमानों को अपने पास मोबाइल की जगह बंदूक रखना चाहिए।