शिमला के कोटखाई गैंगरेप एंड मर्डर केस में सीएम वीरभद्र सिंह का अहम बयान आया है। सीएम ने कहा कि मेरी भी चार बेटियां हैं और मैं समझ सकता हूं कि गुड़िया के माता- पिता इस समय किस पीड़ा से गुजर रहे हैं।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार सीएम ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए ही उन्होंने खुद इस केस की जांच के लिए सीबीआई को पत्र लिखा था। कहा कि हम चाहते थे कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और आरोपी पकड़े जाएं ताकि उन्हें सजा मिल सके।
गौरतलब है कि सीएम का यह बयान तब आया है जब प्रदेश भर में गुड़िया केस को लेकर सरकार और पुलिस विपक्षी दलों के साथ साथ जनता के निशाने पर हैं। प्रदेश भर में पिछले 20 दिन से लगातार आंदोलन चल रहा है। लोग मामले में बने सस्पेंस को लेकर सरकार और पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
सबूत जुटाने दिल्ली से शिमला पहुंची विशेष फोरेंसिक टीम
गुडि़या प्रकरण और पुलिस लॉकअप में मारे गए एक आरोपी से जुड़े साक्ष्य जुटाने सीबीआई की फोरेंसिक टीम शिमला पहुंच गई है। दिल्ली से आई टीम मंगलवार को आरोपी सूरज के शव का परीक्षण करेगी।
जिस पिकअप में गुडि़या को लिफ्ट दी गई उसके अलावा क्राइम सीन और उसके आसपास के क्षेत्र का भी टीम परीक्षण करेगी। वहीं, सोमवार दोपहर को सीबीआई की एक टीम हलाइला व कोटखाई में मौका मुआयना करने के लिए रवाना हो गई।
सूत्रों का कहना है कि टीम पुलिस की थ्योरी को री चेक करने के बाद नए सिरे से काम शुरू करेगी। गुडि़या व सूरज हत्याकांड की जांच करने के लिए रविवार को शिमला सीबीआई की टीम के पहुंचने के बाद सोमवार को उसकी फोरेंसिक एक्सपर्टों की टीम भी शिमला पहुंच गई।
मंगलवार को आरोपी मृतक सूरज के शव का परीक्षण होते ही शिमला पुलिस परिजनों को शव सौंप देगी। दरअसल, 19 जुलाई को कोटखाई थाने में पूछताछ के दौरान नेपाली मूल के एक आरोपी सूरज की मौत हो गई।