प्रद्युमन की हत्या का केस ठंडा नहीं हुआ था कि रायन इंटरनेशनल स्कूल का एक और कांड सामने आ गया। इस बार 10 साल का बच्चा अस्पताल पहुंच गया है। घटना पंजाब के लुधियाना की है। जमालपुर स्थित रायन स्कूल में चौथी कक्षा के बच्चे की पिटाई का मामला सामने आया है। बच्चे को पीटने का आरोप उसी की क्लास टीचर पर लगा है। परिजनों के मुताबिक वहां पहुंचे एक अन्य टीचर ने भी बच्चे की पिटाई करने वाली टीचर को रोकने की बजाए उसका साथ दिया और उसने भी पिटाई की।
इस कारण बच्चे के पीठ, सीने, बाजू और टांगों पर चोट आई है। उसे उपचार के लिए सिविल अस्पताल ले जाया गया। परिजनों ने मामले की शिकायत पुलिस से की है, हालांकि पुलिस अभी इस प्रकरण की जांच में जुटी है। थाना जमालपुर के एसएचओ का कहना है कि जांच में यदि आरोप सही पाए गए तो मामले में एफआईआर दर्ज की जाएगी। प्रापर्टी डीलिंग का काम करने वाले जसविंदर सिंह का दस वर्षीय पुत्र मनसुख जमालपुर स्थित रायन स्कूल में चौथी कक्षा का छात्र है।
पुलिस को दी शिकायत में जसविंदर सिंह ने बताया है कि स्कूल से छुट्टी के बाद जब मनसुख घर लौटा तो उसने घर वालों को आपबीती बताई। जब परिजनों ने बच्चे के शरीर पर पिटाई के निशान देखे तो वे हैरान रह गए। परिजनों के मुताबिक जब इस संबंध में स्कूल प्रबंधन से बात की गई तो उन्होंने फोन के जरिये टीचर से संपर्क किया। इस पर टीचर की ओर जवाब मिला कि वह इस समय किसी काम से कुरुक्षेत्र में है और अभी नहीं आ सकती। तब परिजनों ने इसकी शिकायत थाना जमालपुर की पुलिस से की।
एक दिन पहले सहपाठी के साथ हुआ था विवाद
जसविंदर सिंह के मुताबिक बुधवार को मनसुख की स्कूल में ही एक सहपाठी के साथ किसी बात को लेकर मारपीट हो गई थी। मारपीट में दूसरे बच्चे को कुछ चोट आई। जब वीरवार को मनसुख स्कूल गया तो एक दिन पूर्व हुई मारपीट के मामले को लेकर उसकी क्लास टीचर ने फटकार लगाते हुए उसकी पिटाई शुरू कर दी। इसी दौरान वहां एक और टीचर आया और उसने भी मनसुख को पीटा। थाना जमालपुर के एसएचओ अवतार सिंह का कहना है कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
प्रिंसीपल ने आरोपों को नकारा
बच्चे की पिटाई के मामले में रायन स्कूल के प्रिंसीपल गुरपाल आनंद का कहना है कि प्रकरण से जुड़े बच्चे की पहले भी कई शिकायतें मिल चुकी हैं। बुधवार को हुई मारपीट की शिकायत मिलने के बाद मनसुख को एक महीने के लिए सस्पेंड कर दिया गया था। बच्चे और उसके परिजनों की ओर से लगाए जा रहे आरोप गलत हैं। स्कूल में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। वीडियो फुटेज की जांच कराई जाएगी।