संघ मुक्त भारत की बात करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सर संघचालक मोहन भागवत के साथ इस सप्ताह में आयोजित होने वाले एक कार्यक्रम में नजर आ सकते हैं। 11वीं सदी के ब्रह्मज्ञानियों के सम्मान में यह कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
ब्रह्मज्ञानी आचार्य रामानुज की 1000वीं जयंती के मौके पर दोनों के ”धर्म संसद” में भाग लेने की उम्मीद है। रामानुज 1017 एडी में पैदा हुए थे, जिनकी शिक्षाओं ने भक्ति आंदोलन को प्रभावित किया था।
समारोह के एक हिस्से के रूप में रामानुज के अनुयायियों ने बुधवार को बिहार के भोजपुर शहर से 4 किलोमीटर दूर चंदवा गांव में एक यज्ञ का आयोजन किया है। हालांकि जनता दल यूनाइटेड ने आधिकारिक तौर पर नीतीश के भाग लेने का एेलान नहीं किया है, लेकिन पार्टी के एक शीर्ष नेता ने पुष्टि की है कि मुख्यमंत्री इसमें मौजूद रहेंगे।
द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक जेडीयू के नेता ने कहा, इसमें क्या बड़ी बात है। अब हम एनडीए में हैं तो हमें बीजेपी और उसके सहयोगियों को अपनाना होगा। जेडीयू नेता ने कहा, जब पहले जेडीयू-बीजेपी साथ थे तब भी मोहन भागवत ने जनता दरबार में नीतीश कुमार से मुलाकात की थी।
एक शीर्ष बीजेपी नेता ने भी नीतीश कुमार के शामिल होने की पुष्टि करते हुए कहा कि वह कार्यक्रम में केवल एक घंटे के लिए शामिल होंगे।