नोएडा: सड़क पर ढोल नगाड़े बैंड बाजे की आवाज, संगीत के साथ थिरकतीं लड़कियां साथ में सजी-धजी कार मानो किसी की बारात निकल रही है। इसे देखने के लिए लोगों का विशाल हुजूम सड़क पर जमा हो गया। बाद में जब नजदीक आकर लोगों ने देखा कि चार लड़कियों के कंधों पर किसी की अर्थी जा रही है तो सभी हैरान रह गए।
लोगों ने जानना चाहा कि यह अंतिम यात्रा किसकी है? यात्रा में शामिल लोगों ने हंसते हुए बताया कि यह नोएडा के मशहूर कारोबारी हरी भाई लालवानी का अंतिम उत्सव है।
उनकी अंतिम इच्छा थी कि जब वह दुनिया को अलविदा कहें तो उनकी अंतिम यात्रा उत्सव के रूप में मनाई जाए। उनके कोई बेटा नहीं है, इसलिए पत्नी मधु लालवानी सहित चारों बेटियां अनिता लालवानी, दीप्ति लालवानी, रितिका लालवानी, यामिनी लालवानी पिता की अंतिम इच्छा को पूरा कर रही हैं।
हरी भाई की अंतिम उत्सव यात्रा को उनके निवास सेक्टर-40 से निकाल कर पूरे सेक्टर में पहले घुमाया गया। इसके बाद सेक्टर-94 स्थित अंतिम निवास पर ले जाया गया। यहां पर उनके अंतिम उत्सव में शामिल होने के लिए भारी हुजूम जमा था।
बता दें कि दो सप्ताह पहले हरी भाई मुंबई गए थे, जहा तबियत खराब हो गई। उपचार के बाद ठीक हो गए थे। आठ नवंबर की सुबह अचानक फिर तबियत खराब होने पर फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर डॉक्टरों ने दिमाग में ब्लड क्लॉटिंग होने की बात कह कर ऑपेरशन किया।
नौ नवंबर को रात 12 बजे वह दुनिया छोड़ गए। हरी भाई बेटों और बेटियों में कोई अंतर नहीं समझते थे। उनकी बेटियों ने बेटे की तरह फर्ज निभाकर पूरे शहर के सामने एक नई मिसाल कायम की। उन्होंने गम को जश्न में बदलकर दुनिया के सामने एक नया नजारा पेश किया।