गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के दौरान कांग्रेस नेताओं ने दावा किया है कि ईवीएम मशीनें मोबाइल फोन से ब्लूटूथ के जरिए कनेक्ट हो रही हैं। इस तरह की शिकायत मिलने के बाद चुनाव आयोग की टीम पोरबंदर के ठक्कर प्लॉट में पोलिंग बूथ पर पहुंची थी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजुर्न मोधवाडिया ने शिकायत की कि तीन ईवीएम ब्लूटूथ उपकरणों से जुड़ी हुई हैं और उन्होंने इस संदर्भ में स्क्रीनशॉट के साथ ईसीआई को शिकायत भेज दी है।
इसके बाद गुजरात के मुख्य निवार्चन अधिकारी (सीईओ) बी.बी.स्वेन ने कहा, ‘हम पोरबंदर में ईवीएम के ब्लूटूथ और वाईफाई से जुड़े होने की शिकायतों की जांच कर रहे हैं।’
निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने बताया कि सूरत और कुछ अन्य केंद्रों में ईवीएम में तकनीकी खामियों की खबरें आई थी. मशीनों को बदलने के बाद चुनाव प्रक्रिया फिर से शुरू कर दी गई
बता दें, पहले चरण में दोपहर दो बजे तक 35 फीसदी मतदान हुआ है। पहले चरण में कच्छ, सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात की 89 सीटों पर वोटिंग दूसरे चरण के चुनाव 14 दिसंबर को होंगे और मतगणना 19 दिसंबर को की जाएगी।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजुर्न मोधवाडिया ने शिकायत की कि जब वह पोरबंदर जिले के मोधवाड़ा गांव में वोट डाल रहे थे तो मीडियाकर्मी उन्हें कवर कर रहे थे लेकिन एसएसबी जवानों ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। मोधवाडिया ने सवाल उठाया कि जब वोट डाल रहे अन्य नेताओं को कवर कर रहे मीडियाकर्मियों को रोका नहीं जा रहा तो उन्हें कवर कर रहे मीडियाकर्मियों को क्यों रोका गया?
चुनाव आयोग के इंजीनियर्स ने पहुंचकर मामले की तहकीकात की
गुजरात चुनावों के पहले चरण में शनिवार को वोट डाले जा रहे हैं। इस बीच खबरें आईं कि पोरबंदर जिले के ठक्कर प्लॉट बूथ पर ईवीएम ब्लूटूथ से कनेक्ट हो रही हैं। कांग्रेस के पोलिंग एजेंट ने इसकी शिकायत की, इसके बाद चुनाव आयोग के इंजीनियर्स ने पहुंचकर मामले की तहकीकात की। छानबीन करने वाले आयोग के इंजीनियर एस आनंद ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अगर कोई व्यक्ति अपने मोबाइल डिवाइस का नाम इको रख ले और उसे ऑन कर दे, उसी वक्त अगर आपके मोबाइल में भी ब्लूटूथ ऑन होगा तो वो सीधे कनेक्ट नहीं होगा लेकिन आपके मोबाइल में शो करेगा कि इको आपकी पहुंच में है, कनेक्ट हो सकता है।
यह कांग्रेस की आदत हो चुकी है : केंद्रीय राज्य मंत्री जीतेन्द्र सिंह
इधर, पीएमओ में केंद्रीय राज्य मंत्री जीतेन्द्र सिंह ने कहा कि यह कांग्रेस की आदत हो चुकी है कि जब वो चुनावों में हारने लगती है तो ईवीएम में छेड़छाड़ का बहाना बनाने लगती है। उन्होंने कहा कि दरअसल कांग्रेस के लोग मतगणना के दिन मिलने वाली करारी हार यानी 18 दिसंबर के लिए कहानी का बैकग्राउंड तैयार कर रहे हैं।
ईवीएम मशीनों में खराबी की सात से आठ शिकायतें
सूरत क्षेत्र के कामरेज निवार्चन क्षेत्र से सुबह से ईवीएम मशीनों में खराबी की सात से आठ शिकायतें मिली हैं। लोग शिकायत कर रहे हैं कि वे सुबह से कतार में खड़े होने के बावजूद अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर पा रहे हैं।
कच्छ के मांडवी निवार्चन क्षेत्र में ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें हैं। मांडवी से चुनाव लड़ रहे शक्ति सिंह गोहिल ने कहा, “आखिर क्यों विशेष रूप से दलित समुदायों वाले क्षेत्रों के मतदान केंद्रों की ईवीएम में खराबी आ रही है और यदि ईवीएम मशीनें काम नहीं कर रही हैं तो उन्हें तुरंत बदला जाए।
यहां एक खराब मशीन को डेढ़ घंटे के बाद बदला गया।” साथ ही गोहिल ने कहा, मुझे दलित मतदाताओं के खिलाफ भाजपा के षडयंत्र का संदेह है लेकिन हम आश्वत हैं कि इसके बावजूद कांग्रेस इस बार सभी छह सीटों पर जीत दर्ज करेगी।’ DEMO PIC -EVM
#WATCH EVM engineer S.Anand talks to media after visiting a polling booth in Porbandar’s Thakkar plot following complaints of EVM being connected to Bluetooth, says, ‘the name that you give to your Bluetooth device will be shown when it is paired to another device’ #Gujarat pic.twitter.com/TivLjQXEOW
— ANI (@ANI) December 9, 2017