भारतीय समाज में सार्वजनिक तौर पर किस(चुंबन) करना भले ही बुरा माना जाता है, लेकिन झारखंड के एक आदिवासी गांव के लोगों ने इस नजरिए को गलत साबित करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए चुंबन प्रतियोगिता में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
यह प्रतियोगिता झारखंड के तालपहाड़ी गांव में लगने वाले मेले में हुई। इसमें सबसे लंबे समय तक चुंबन करने वाले तीन जोड़ों को पुरस्कृत किया गया।
चुंबन प्रतियोगिता का आयोजन लिट्टीपाड़ा के विधायक साइमन मरांडी ने अपने पैतृक गांव तालपहाड़ी में लगने डुमरिया मेले में कराया था।
मरांडी का कहना है कि आदिवासी प्यार का इजहार करने में संकोची होते हैं, इसीलिए प्रेम और आधुनिकता को बढ़ावा देने के लिए यह प्रतियोगिता करवाई गई।
उन्होंने बताया कि अपने दिल की बात न बता पाने के कारण आदिवासियों में पिछले कुछ वर्षों से पति-पत्नी के बीच झगड़े और तलाक के मामले बढ़े हैं।
पढ़े-लिखे ना होने के कारण आदिवासी अपने परिवार को सामाजिक ढांचे में ढाल नहीं पाते हैं। इससे उनके व्यवहार और पारिवारिक रिश्ते कमजोर हो जाते हैं। इस तरह की प्रतियोगिता उनके मन के संकोच को दूर करेगी।
बता दें कि इस प्रतियोगिता में कुल 18 जोड़ों ने हिस्सा लिया और हजारों लोगों के सामने निः संकोच होकर लिप लॉक किया। बताया जा रहा है कि इस तरह कि प्रतियोगिता पहली बार झारखंड में हुई है।