देहरादून: उत्तराखंड में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल के सामने ज़हर खाने वाले ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडे की मौत हो गई है । प्रकाश पांडे ने आज देहरादून के मैक्स अस्पताल में दम तोड़ दिया। प्रकाश पांडे उत्तराखंड के हल्द्वानी के रहने वाले थे और उनका ट्रांसपोर्ट का कारोबार था। पांडे ने शनिवार को बीजेपी दफ्तर में होने वाले जनता दरबार कार्यक्रम में कृषि मंत्री सुबोध उनियाल के सामने कहा कि जीएसटी और नोटबन्दी की वजह से उनके ट्रांसपोर्ट का कारोबार चौपट हो गया है।
उन्होंने मंत्री उनियाल के आगे कहा कि ज़हर खा लिया है। प्रकाश पांडे ने खनन और दूसरे कारोबार के लिये ट्रक खरीदे थे जिसके लिये उन्होंने बैंक से कर्ज़ लिया। उन्होंने मंत्री को दी गई चिट्ठी में कहा कि उन्हें काफी कर्ज़ हो गया है। मंत्री सुबोध उनियाल के सामने बोलते हुये उनका जो वीडियो सामने आया था उसमें वह ये कहते सुने गये कि उनका कारोबार बर्बाद हो गया है। वह मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर भी जनता की बात सुनने के लिये नाकामी का आरोप लगाते सुने गये। पहले पांडे को सरकारी अस्पताल ले जाया गया फिर हालात बिगड़ने पर उन्हें देहरादून के मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया।
रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ने पांडे की मौत के बाद दुख जताया है और कहा कि उनको बचाने की हर संभव कोशिश की गई है। इससे पहले वह रविवार को अस्पताल भी देखने गए थे।
कांग्रेस ने की पीड़ित परिवार को दस लाख की मदद की मांंग
ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडे की मौत की सूचना के बाद हल्द्वानी में भी माहौल गमगीन है। नेता प्रतिपक्ष व स्थानीय विधायक डॉ. इंदिरा हृदयेश ने सीएम त्रिवेंद्र रावत को फोन कर पीड़ित परिवार को तत्काल राहत के तौर पर दस लाख रुपये की सहायता दिए जाने की मांग उठाई। साथ ही प्रकाश की पत्नी कमला पांडे को नौकरी दिए जाने की मांग की। डॉ. इंदिरा हृदयेश ने कहा कि जीएसटी और नोटबंदी से परेशान होकर प्रकाश ने आत्महत्या जैसा कदम मजबूर होकर उठाया है। प्रकाश के दो बच्चों की स्कूल की फीस करीब 22 हजार अभी जमा होनी है।
पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को जारी किया अलर्ट
वहीं मामले को लेकर पुुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को जारी किया अलर्ट। सीओ रैंक के अधिकारियों को ज़िम्मेदारी दी गर्इ है। इसके साथ ही हल्द्वानी और नैनीताल में भी सुरक्षा बड़ाई। एडीजी अशोक कुमार ने इसका सर्कुलर जारी किया है।