एक लूट गिरोह का पर्दाफाश हुआ है जिसमें पुरुष और महिलाएं शामिल हैं, लेकिन इस गिरोह की सबसे अजीब बात ये है कि यह गिरोह सिर्फ मर्दों को लूटता था। इस गिरोह में काम करने वाली महिलाएं मर्दों को सेक्स के नाम पर फंसाती थी।
बेंगलूरू मीरर के मुताबिक, कोथनूर पुलिस ने इस रैकेट का खुलासा किया है, जो सेक्स के नाम पर मर्दों को फंसाकर उन्हें लूट लेते थे। पुलिस ने 3 महिलाओं सहित 5 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बताया कि महिलाएं मर्दों को सेक्स के नाम पर फंसाती थीं। फिर उन्हें कमरों में ले जाया जाता था। वहां जैसे ही आदमी कपड़े उतरता और महिलाओं के पास जाता, वैसे ही गैंग के आदमी उसकी वीडियो बना लेते थे। पीड़ितों से पैसे मांगने के लिए इस वीडियो को गैंग हथियार की तरह इस्तेमाल करता था। गिरोह ‘पीड़ितों’ को धमकी देता था कि अगर वे पैसे नहीं देंगे तो वीडियो उनके परिवार वालों को दिखा दिए जाएंगे।
आरोपियों में शाइन (40), नूरी उर्फ शमा (35), सलमा परवीन (27) तीनों हेगड़ेनगर की रहने वाली हैं जबकि साजिद शेख (38) और शब्बीर (30) केजी हल्ली इलाके के रहने वाले हैं। इनके अलावा गैंग के दो अन्य सदस्य शिवाजी नगर के रहने वाले सलीम और मेंटल आसिफ अभी फरार हैं।
पुलिस ने बताया कि शाइन और नूरी आदमियों को फोन करके उन्हें सेक्स के लिए लुभाती थीं। जब कोई आदमी फंस जाता तो वे उसे हेगड़ेनगर में शाइन के घर बुलातीं। वहां पहुंचने पर तीनों महिलाएं उस आदमी को कमरे में ले जातीं। वहां कमरे में आदमी के कपड़े उतारते ही यह गैंग उनकी नग्न वीडियो बना लेता था फिर उन्हें ब्लैकमेल कर पैसे हड़पने का सिलसिला शुरू हो जाता था।
पुलिस ने बताया कि, सोमवार को डीजे हल्ली के रहने वाले सैयद रहमत को महिलाओं ने जाल में फंसाया । उससे 50,000 रुपये की मांग की गई। रहमत ने बताया कि उसकी पैंट से 5,000 रुपये भी चुरा लिए, बाकी रुपयों से व्यवस्था करने के लिए उसे घर भेजा। रहमत ने पुलिस में मामले की शिकायत दर्ज करवाई। उसने पुलिस को वह नंबर भी दिया जिससे उसे फोन आया था।
इसके बाद पुलिस ने गैंग के सदस्यों को उसी नंबर पर फोन करके बाकी की रकम लेने को कहा। जब आरोपी आए तो उन्हें पकड़ लिया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से 5 मोबाइल फोन, 5 हजार रुपये कैश और 1 दो पहिया वाहन बरामद किया गया है। कोथनूर पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है।