गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुना में तिरंगा फहराया। सीएम ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ‘गणतंत्र में तंत्र गण की सेवा के लिए है। मैं मध्यप्रदेश का सेवक हूं और सदैव बेहतर करने का प्रयास करता हूं।’
सीएम ने कहा – मध्यप्रदेश की धरती पर हर गरीब का पक्का मकान होगा। कोई भी गरीब 2022 तक बिना पक्के मकान के नहीं रहेगा। पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने अंत्योदय के लिए जो प्रेरणा दी है, उस पर चलकर हम रोटी, कपड़ा, आवास, शिक्षा और स्वास्थ्य की पूर्ति कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, हमने इलाज के लिए जहां कई योजनाएं शुरू की, वहीं दवाएं और जांच की सुविधा नि:शुल्क कर दी। पैसे के अभाव में किसी को भी बीमारी से जूझने के लिए नहीं छोड़ा जाएगा।
मप्र में किसानों के हित के लिए समाधान योजना लाने वाले है। सरकार किसानों की भलाई के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। हम उन किसानों के लिए समाधान योजना ला रहे हैं, जिन्हें डिफाल्टर होने के चलते लोन नहीं मिल रहा है। उनका बकाया ब्याज सरकार भरेगी और किसान किश्तों में राशि लौटा सकेंगे। इससे किसान को फिर से लोन मिल सकेगा।
सीएम ने कहा कि बेटियों को हम देवी मानते हैं। शिक्षकों की भर्ती में उन्हें 50 प्रतिशत व पुलिस विभाग में फॉरेस्ट को छोड़कर 33 प्रतिशत आरक्षण दे रहे हैं। बेटियों का सशक्तिकरण करना जरूरी है। हम इस दिशा में निरंतर प्रयास कर रहे हैं। आज मध्यप्रदेश में 27 लाख बेटियां लाडली लक्ष्मी हैं। जब ये बेटियां बड़ी होंगी तो इनके बैंक खातों में 31 हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर किए जाएंगे। महिला सशक्तिकरण हमारी प्राथमिकता है। मुझे गर्व है कि हमारी स्व-सहायता की बहनें उत्कृष्ट कार्य कर रही हैं। बहनों द्वारा निर्मित सामानों का बाजार बढ़े, इसलिए उनके सामानों की ब्रांडिंग सरकार करेगी।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने विद्यार्थियों के लिए कहा कि 12वीं में 70 प्रतिशत अंक ले आओ और अपनी उच्च शिक्षा की फीस अपने हमसे भरवाओ। शासकीय कॉलेज हो या प्राइवेट कॉलेज, पूरी फीस प्रदेश सरकार भरेगी।
उन्होंने आज से एक दशक पहले मध्य प्रदेश की पहचान एक पिछड़े राज्य के रूप में होती थी। आज मुझे यह कहते हुए गर्व है कि हम सभी के प्रयासों से प्रदेश देश की औसत विकास दर से आगे है। कृषि विकास दर में दुनिया में हम सबसे आगे हैं। मध्यप्रदेश हर क्षेत्र में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। हमारा प्रदेश कृषि विकास दर में नंबर एक है। यूपीए की सरकार हो या एनडीए की, लगातार मध्यप्रदेश कृषि कर्मण पुरस्कार अपने नाम कर रहा है।
हमने प्रदेश का सिंचित जमीन का रकबा 40 लाख हेक्टेयर किया। करीब 1.50 लाख किलोमीटर नई सड़कें बनाईं। रिवल लिंकिंग प्रोजेक्ट के तहत नर्मदा नदी को क्षिप्रा नदी से जोड़ा। खेती को बढ़ावा देने के लिए हम लगातार काम कर रहे हैं। सिंचाई की योजनाओं का ऐसा जाल बिछाया जाएगा कि अगले कुछ वर्षों में 60 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में खेती होगी।
प्रदेश की विकास दर डबल डिजिट में है, सीएम ने कहा कि मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं, जो इससे संतुष्ट हो जाए। जब तक विकास का प्रकाश आम आदमी तक न पहुच जाए, मेरे लिए वो समुचित विकास नहीं है।