तेलंगाना में धार्मिक भावना भड़काने का मामला सामने आया है। उपद्रवियों के एक गुट ने बाइबिल की प्रतियां जला दीं। इसका वीडियो वायरल होने के बाद राज्य पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। कुछ लोगों ने एक कार से कई बॉक्स निकाले और उसे जलाने से पहले उन्हें वहां से जाने को कहा।
‘द न्यूज मिनट’ के अनुसार, बाइबिल की प्रतियां तेलुगु भाषा में थीं। एसोसिएशन ऑफ इंटिग्रेटेड क्रिश्चियन काउंसिल (एआईसीसी) के राष्ट्रीय निदेशक जॉन बेनी लिंगम ने बताया कि यह घटना बुधवार (24 जनवरी) की है। उनके मुताबिक, 15-20 लोग बाइबिल की प्रतियां वितरित करने के लिए गांव की ओर जा रहे थे।
जॉन ने कहा, ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने उन्हें देख लिया था। उन्होंने कार का पीछा करना शुरू कर दिया था। जब हमारे लोगों ने कार रोकी तो वे लोग वहां इकट्ठा हो गए। उन्होंने उनके साथ दुर्व्यवहार के साथ मारपीट भी की थी। इसके बाद उन्होंने कार से बाइबिल का बॉक्स निकाल लिया और उसे जला दिया। इस मामले की पुलिस में शिकायत देने के साथ ही गृह मंत्रालय को भी इस घटना के बारे में सूचित करने की योजना बनाई जा रही है।’
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना तेलंगाना के नगर कुर्नूल जिले की है। ईसाई समुदाय के लोग कोल्लारपुर मंडल के सिंगावत्नम गांव में बाइबिल वितरित करने जा रहे थे। कोल्लारपुर के सर्किल इंस्पेक्टर ने बताया कि पुलिस को शनिवार (27 जनवरी) सुबह में घटना की जानकारी मिली थी। आरोपियों की पहचान अभी तक सुनिश्चित नहीं हो सकी है।
हालांकि, उन्होंने उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। इस मामले में आरोपियों के खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने का मामला दर्ज किया गया है। वीडियो में लोगों के गुट को कार से बाइबिल का कार्टन निकालते हुए देखा जा सकता है। वे लोग कार में बैठे व्यक्ति पर लोगों का धर्मांतरण करा कर उसे ईसाई बनाने का आरोप लगाया। साथ ही पूछा कि आपलोगों को यहां आने की क्या जरूरत थी? वह भी एक मंदिर के समीप।
तेलंगाना समेत दक्षिण भारत के कई राज्यों में धर्मांतरण की घटनाएं सामने आती रहती हैं। इसको लेकर कई बार तनाव की स्थिति भी पैदा हो जाती है। मध्य प्रदेश के सतना जिले में ईसाई समुदाय के लोगों के साथ दुर्व्यवहार करने का मामला सामने आया था। हिंदू संगठनों ने उन पर धर्मांतरण का आरोप लगाया था।