स्पेन में कोर्ट के एक फैसले के बाद हजारों लोग सड़कों पर उतरकर तेज विरोध प्रदर्शन कर रहे है। रिपोर्ट के मुताबिक, 18 साल की महिला के साथ कथित तौर से 5 पुरुषों ने गैंगरेप किया।
यह घटना स्पेन के चर्चित बुल फेस्टिवल के दौरान 2 साल पहले हुई। महिला के साथ रेप करने के दौरान आरोपियों ने उसका वीडियो भी बनाया था और उसे व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर भी किया था।
washingtonpost.com के मुताबिक, वीडियो में महिला की आंखे बंद थी और वह पैसिव थी। हालांकि, कोर्ट में आरोपियों के वकील ने इस बात को इस तरह पेश किया कि महिला ने सहमति दी थी।
आरोपियों की ओर से कोर्ट में महिला की कुछ फोटोज भी पेश की गई। घटना के कुछ दिनों बाद प्राइवेट इन्वेस्टिगेटर ने महिला का पीछा किया था और उसकी हंसते और फ्रेंड्स के साथ बातें करते हुए तस्वीरें क्लिक कर ली थीं।
हंसते हुए और दोस्तों से बातें करते हुए क्लिक की गई तस्वीरों के आधार पर आरोपियों ने कहा कि महिला दर्द से नहीं गुजरी। हालांकि, पीड़ित के वकील ने इन तर्कों का कड़ा विरोध किया।
करीब दो सालों तक कोर्ट में मामले की सुनवाई चली। कोर्ट ने आरोपियों को सेक्शुअल असॉल्ट के केस से बरी कर कर दिया और सेक्शुअल एब्यूज का दोषी माना।
आरोपियों को सिर्फ 9 साल की सजा सुनाई गई। जबकि पीड़ित के वकील ने 22 साल की सजा की मांग की थी। सभी आरोपियों को महिला को 8-8 लाख रुपये भी देने होंगे।
वहीं, स्पेन के नेताओं ने यौन हिंसा से जुड़े कानून में तब्दीली का वादा किया है। वर्तमान कानून के मुताबिक, रेप साबित करने के लिए पीड़ित को यह भी प्रूव करना होता है कि आरोपी हिंसक और डराने वाली हरकत कर रहा था।
वहीं, स्टेट प्रॉसेक्यूटर ने अपील करने की बात कही है। लेकिन स्पेन की नेशनल पुलिस ने भी महिला का पक्ष लिया है और लिखा- नहीं, मतलब नहीं।
एक ऑनलाइन पेटिशन भी डाली गई जिसमें 12 लाख लोगों ने ट्रायल जज को हटाने की मांग पर हस्ताक्षर किए।
कोर्ट के फैसले आने के बाद हजारों लोगों ने सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया। लोगों ने कहा- ये यौन दुर्व्यवहार नहीं रेप है। स्पेन के कई शहरों में प्रदर्शन हुए।