नई दिल्ली: संसद के मॉनसून सत्र (Monsoon session of parliament) में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान राहुल गांधी का पीएम मोदी से गले मिलने की घटना को कांग्रेस पूरी तरह से अपने फायदे के लिए भुनाने की जुगत में जुट गई है। कांग्रेस कार्यकर्ता अब गले मिलने की घटना को अपना एक कैंपेन बना चुके हैं और घृणा की राजनीति के खिलाफ इसका इस्तेमाल करने लगे हैं। दरअसल, मंगलवारर को दिल्ली के कनॉट प्लेस इलाके में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ‘फ्री हग’ कैंपेन चलाया और लोगों में घृणा को खत्म करने की अपील की।
मंगलवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कनॉट प्लेस में ‘फ्री हग’ कैंपेन आयोजित किया। इस दौरान कार्यकर्ता एक दूसरे को गले लगा रहे थे और उनके हाथों में कुछ पोस्टर्स और बैनर भी थे, जिसमें लिखा था- नफरत मिटाओ, देश बचाओ’। बता दें कि कार्यकर्ता राहुल गांधी की उस घटना को एक संदेश के रूप में प्रसारित कर रहे थे, जिसमें संसद में राहुल गांधी ने पीएम मोदी को गले लगाया था।
इसके अलावा, बीते दिनों मुंबई कांग्रेस ने भी राहुल गांधी के गले मिलने वाली घटना का पोस्टर बनवाया था और उसे जगह-जगह चिपकाया था। उस पोस्टर पर लिखा था- नफरत से नहीं, प्यार से जीतेंगे। यह पोस्टर भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।
गौरतलब है कि संसद के मॉनसून सत्र के दौरान राहुल गांधी ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में भाषण देने के दौरान पीएम मोदी को गले लगाया था। (Lok Sabha) में अविश्वास प्रस्ताव (No Trust Motion) के पक्ष में बोलते हुए अचानक राहुल गांधी अपनी जगह से पीएम मोदी की सीट पर चले गये थे और उन्हें गले लगा लिया था। हालांकी, संसद में मौजदू किसी भी सदस्य को इसकी उम्मीद नहीं थी, यहां तक पीएम मोदी को भी नहीं। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि भले आप मुझे पप्पू कहें, गालियां दें, मगर मेरे भीतर आपके प्रति नफरत नहीं होगा। मैं आपके भीतर से नफरत और घृणा को निकाल फेंकूंगा और नफरत से नहीं बल्कि दिल से आपको जीतूंगा।