प्रधानमंत्री मोदी एनआरसी, रोजगार, भीड़ हिंसा, महागठबंधन, राहुल गांधी, ममता बनर्जी और पाकिस्तान से रिश्तों से जुड़े कई मामलों पर खुलकर अपने विचार प्रकट किए।
प्रधानमंत्री मोदी लोकसभा चुनाव, सोशल मीडिया के दुरुपयोग, युवाओं की शिक्षा और रोजगार सहित विभिन्न मुद्दो पर बात की। उन्होंने गंभीर मसलों पर चिंता जताई जबकि देश में हो रहे सकारात्मक बदलावों को लेकर भी आश्वस्त नजर आए।
वहीं उन्होंने भीड़ हिंसा को एक गंभीर अपराध माना और कहा कि यह एक जघन्य अपराध है। पीएम मोदी ने समाचार एजेंसी एएनआई को दिए अपने इंटरव्यू में कई मसलों पर खुलकर अपनी बात रखी।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्ष के महागठबंधन को प्रधानमंत्री मौकापरस्ती, दिखावटी गठजोड़ बताया और कहा कि इसका टूटना तय है। बस देखना यह है कि यह महागठबंधन चुनाव से पहले टूटता है या बाद में।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि 2019 हमारा है और मैं यह कह देना चाहता हूं कि हम रिकॉर्ड सीटों से जीतेंगे।
उन्होंने असम में एनआरसी पर पहली बार यह साफ किया कि किसी भी भारतीय नागरिक को देश नहीं छोड़ना पड़ेगा। जिन व्यक्तियों का नाम इस लिस्ट में नहीं है उन्हें अपनी नागरिकता साबित करने का मौका दिया जाएगा।
पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि भारत के किसी भी नागरिक को देश नहीं छोड़ना पड़ेगा। लोगों को प्रक्रिया के तहत सभी संभावित अवसर दिए जाएंगे।’
रोजगार के मुद्दे पर विपक्ष की आलोचनाओं पर बेबाकी से बात करते हुए पीएम ने दावा किया कि, ‘पिछले एक साल में ही एक करोड़ से ज्यादा रोजगार दिए गए, इसलिए ऐसा प्रचार करना कि रोजगार पैदा नहीं हो रहे, निश्चित रूप से बंद होना चाहिए।’
साथ ही महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध और भीड़ हिंसा की घटनाओं को उन्होंने ‘दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि यह एक जघन्य अपराध है और यह एक ऐसा मामला है जिस पर सभी राजनीतिक पार्टियों को राजनीति से ऊपर उठकर समाज में शांति और एकता सुनिश्चित करनी चाहिए।’