पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी की अस्थि कलश यात्रा देश भर में निकाले जाने के मुद्दे पर पूर्व मंत्री आजम खां ने तंज कसते हुए कहा कि और किसी के बारे में तो वह कुछ नहीं कहते लेकिन यदि उन्हें यह पता हो कि उनके मरने के बाद इतना सम्मान मिलेगा तो वह आज ही मरना पंसद करेंगे।
आजम खां ने कहा कि यदि अटल जी को यह पता होता कि उनके मरने के बाद इतना सम्मान होगा और उनके साथ ऐसा होगा तो शायद इतना कुछ नहीं होता।
उन्होंने बेरोजगारी के मुद्दे पर कहा कि देश में बेरोजगारों की संख्या लगातार बढ़ रही है। हमने जिनको नौकरी दी थी सरकार ने उनसे नौकरी छीन ली।
आजम खां ने कहा, प्रधानमंत्री यदि हर व्यक्ति के खाते में 15 लाख नहीं डाल सकते तो हर साल दो करोड़ बेरोजगारों को नौकरी दे दें।
महागठबंधन में शामिल होने के सवाल पर आजम खां ने कहा कि राजनीति में न तो कोई दोस्त होता है और न ही कोई दुश्मन, इसलिए राह खुली हैं। आजम खां ने एक मीडिया रिपोर्ट में छपे अपने बयान पर आपत्ति जताई है।
उन्होंने अपने इस बयान की निंदा करते हुए कहा कि उन्होंने पूर्व सपा नेता अमर सिंह को लेकर इस तरह का कोई बयान नहीं दिया। उन्होंने अमर सिंह का नाम नहीं लिया था।
उन्होंने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत और राजनैतिक चरित्र हनन करने के बराबर है। चुनाव के समय में उनके बारे में जिसने भी यह ओछा लांछन लगाया है, उसकी कड़ी निंदा की जाती है।