लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ है, और ना ही यह सत्तारूढ़ दल के लिए चुनाव मुद्दा है। बता दें कि, बीजेपी कार्यकर्ता विवादित जगह पर मंदिर निर्माण की मांग कर रहे हैं। हालांकि इसने बनाए रखा है कि वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करेगा। बता दें अगले हफ्ते इस मामले में शीर्ष अदालत में सुनवाई शुरू होने की उम्मीद है। भाजपा को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने उकसाया है कि, वह मंदिर बनाने का रास्ता साफ करने के लिए कानून बनाए।
योगी आदित्यनाथ इस बार दीवाली अयोध्या में मानाएंगे। इसके लिए वहां पर एक आस्थायी मंदिर का निर्माण किया गया है। उन्होंने इस पर कहा कि, मंदिर निर्माण का मुद्दा लोगों की भावनाओं से जुड़ा हुआ है और इसे चुनावी राजनीति के हथकंडे के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। अगले साल के होने वाले आम चुनाव से मंदिर के मुद्दे को दूर रखने की कोशिश करते हुए मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि बीजेपी के लिए यह विकास कार्य है।
उत्तर प्रदेश में महागठबंधन में राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों की संभावित सहभागिता को देखते हुए उन्होंने कहा कि वे पार्टी के प्रदर्शन को खराब नहीं करेंगे। महागठबंधन हो या ना हो भाजपा सभी 73 सीटें जीतेगी। (पार्टी ने पिछले लोकसभा चुनावों में इतनी सीटों को जीती थीं)। जबकि पार्टी में मोदीजी (प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी) का चेहरा और बीजेपी सरकार की उपलब्धियों है, वहीं लोग जानना चाहते हैं कि विपक्ष का चेहरा कौन है। लोग यूपीए शासन के 50 वर्षों के साथ भाजपा शासन के पांच वर्षों की तुलना करेंगे और जो हमने पांच सालों में विकास कार्य किए हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दशहरा पर एक कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने कहा था, रामलीलाओं की भव्यता के साथ-साछ समाज के इस भव्य मंदिर को भी उसी रूप में बनाने की तैयारी हमें करनी चाहिए। जिस प्रकार से भव्य मंदिर के रूप में रामलीला का आयोजन हम करते हैं। भाजपा और आरएसएस की ओर से हाल के दिनों में लगातार राम मंदिर के मामले को उठाया जा रहा है। योगी के राम मंदिर के लिए तैयारी शुरू करे के आह्वान से पहले गुरुवार को यूपी सरकार में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा था कि संसद में कानून बनाकर राम मंदिर बनना चाहिए क्योंकि इससे लोगों की भावनाएं जुड़ी हैं। श्रीकांत शर्मा ने कहा है कि राम मंदिर निर्माण पर विपक्ष का कोई भी विरोध नहीं है। ऐसे में राम मंदिर निर्माण के लिये अब संसद का विकल्प चुनना चाहिये।