दिल्ली के मालवीय नगर स्थित बेगमपुर इलाके में अशांति का माहौल है। स्थानीय मदरसे में पढ़ने वाले एक आठ साल के बच्चे की मौत से वहां स्थिति तनावपूर्ण हो गई है।
गुरुवार को सुबह 10 बजे मदरसे के बच्चों और साथ के ही वाल्मिकी कैंप बस्ती के बच्चों के बीच हुए झड़प में मोहम्मद अज़ीम नाम के बच्चे की मौत हो गई थी।
दरअसल गुरुवार को सुबह एक मैदान में खेलने को लेकर कुछ बच्चों की लड़ाई हुई। इसी झगड़े में मुहम्मद आजिम नाम के एक बच्चे की हत्या कर दी गई।
आजिम का परिवार हरियाणा के नूंह जिले के रीछड़ गांव का रहने वाला है। 2017 में उन्होंने आजिम का दाखिला इस मदरसे में कराया था।
घटना के बाद झगड़े में शामिल वाल्मिकी कैंप के चार बच्चों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सभी बच्चों की उम्र 10-13 साल के बीच है।
मालवीय नगर पुलिस के मुताबिक क्योंकि सारे आरोपी ‘नाबालिग’ हैं इसलिए उन्हें जुविनाईल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया गया। अजीम की मौत से इलाके की स्थित तनावपूर्ण हो गई है।
जमीन के एक टुकड़े को लेकर है दोनों पक्षों में तनाव
मस्जिद के अधिकारियों ने वाल्मिकी कैंप के युवाओं पर लंबे समय से धार्मिक आधार पर शोषण करने और उन पर हमला करने का आरोप लगाया है।
दोनों ही समुदायों के बीच झगड़े की वजह चार फीट चौड़ी एक गली है जो बस्ती और मदरसे की दीवारों को जोड़ती है। ये गली ही वाल्मिकी कैंप को निकलती है और मस्जिद और मदरसे से जुड़ी है।
मदरसे के अधिकारियों का कहना है कि ये जमीन उनकी है। और उन्होंने इसके लिए कोर्ट में कागजात भी पेश किए हैं।
उधर वाल्मिकी कैंप के निवासियों का कहना है कि जमीन का वो टुकड़ा पुरात्तव विभाग का है और उसे आम जनता के लिए खोल देना चाहिए। मस्जिद के अधिकारी चाहते हैं कि बस्ती की तरफ खुलने वाले रास्ते को बंद कर दिया जाए और जमीन को मस्जिद परिसर में मिला दिया जाए।
तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए पुलिस ने उस गली की नाकेबंदी कर दी है। गिरफ्तार हुए बच्चों के माता पिता बहुत चिंतित हैं क्योंकि वो बस्ती में ही अपने परिवार के साथ रहते हैं। और मदरसा परिसर में हमेशा खेलने के लिए जाते थे।
बस्ती के युवाओं और मदरसा के बच्चों के बीच अक्सर लड़ाईयां हुई हैं लेकिन इस तरह की वारदात वहां पहले कभी नहीं हुई थी।