जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले को लेकर अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
उन्होंने अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोवाल से फोन पर बातचीत में कहा कि आतंकवाद का मुकाबला करने में अमेरिका भारत के साथ खड़ा है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बोल्टन ने शुक्रवार सुबह एनएसए डोभाल से फोन पर बातचीत कर हमले में शहीद हुए जवानों के प्रति दुख जाहिर किया और आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई भारत के साथ खड़े रहने और दोषियों को इसकी सजा देने का आश्वासन दिया।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले को लेकर अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
उन्होंने अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोवाल से फोन पर बातचीत में कहा कि आतंकवाद का मुकाबला करने में अमेरिका भारत के साथ खड़ा है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बोल्टन ने शुक्रवार सुबह एनएसए डोभाल से फोन पर बातचीत कर हमले में शहीद हुए जवानों के प्रति दुख जाहिर किया और आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई भारत के साथ खड़े रहने और दोषियों को इसकी सजा देने का आश्वासन दिया।
बोल्टन ने साथ ही कहा, ‘आतंकवाद के मुद्दे पर हमारी राय बिल्कुल साफ है और हम पाकिस्तान के साथ भी संवाद कर रहे हैं। पुलवामा हमले के अपराधियों और समर्थकों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।’
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले पर गुरुवार को आतंकवादी हमला हुआ था, जिसमें करीब 40 जवान शहीद हो गए और दर्जनों अन्य घायल हुए।
पुलवामा में हुए इस आतंकी हमले के मद्देनज़र अमेरिका ने एक ट्रैवेल एडवाइज़री जारी की है, जिसमें अमेरिकी नागरिकों से कहा गया है कि आतंकवाद के कारण पाकिस्तान जाने से पहले वे विचार करें।
वहीं इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान से सभी आतंकी गुटों को मदद व पनाह देना तत्काल बंद करने को कहा था। ट्रंप की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने एक बयान में कहा, ‘अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा है वह उसकी जमीन से संचालित सभी आतंकी गुटों को मदद व पनाह देना तुरंत बंद कर दे क्योंकि क्षेत्र में हिंसा और आतंक का बीज बोना ही उनका लक्ष्य है।’