राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीएम नरेंद्र मोदी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। गहलोत ने कहा कि अगर पीएम मोदी अपनी पार्टी के साथ 2019 लोकसभा चुनाव में दोबारा जीतकर आते हैं तो फिर आगे चुनाव होने की कोई गारंटी नहीं होगी।
सीएम ने कहा कि वह ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि पीएम मोदी और आरएसएस का लोकतंत्र में कोई विश्वास नहीं है।
राजस्थान के श्रीडूंगरगढ़ में चुनावी जनसभा में गहलोत ने पीएम नरेंद्र मोदी, बीजेपी और आरएसएस पर सीधा हमला बोला।
गहलोत ने कहा, ‘मैं बड़ी गंभीरता से कह रहा हूं कि यदि मोदी अपनी पार्टी के साथ वापस चुनाव जीत कर आ गए तो आप यह बात दिमाग में रखें कि आगे चुनाव होने की कोई गारंटी नहीं होगी।’
इस दौरान गहलोत ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी और आरएसएस की सोच अपने विरोध को सहन नहीं कर पाती है।
सीएम ने कहा, ‘मैं समझता हूं कि बीजेपी और आरएसएस के लोग अपने विरोध को सहन नहीं कर पाते। गांधी ने कहा था कि लोकतंत्र में विपक्ष क्या कहता है उसका सम्मान होना चाहिए। अपना कोई विरोधी है तो उसकी बात का भी सम्मान होना चाहिए। पर, पीएम मोदी, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और आरएसएस के लोग विरोध सहन कर ही नहीं सकते क्योंकि इनका लोकतंत्र में यकीन ही नहीं है। ये लोकतंत्र का मुखौटा पहन कर राजनीति में उतरे हुए लोग हैं। इनके पास जनता के लिए कोई नीति और कार्यक्रम नहीं है जो कांग्रेस का मुकाबला कर सके।’
उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी को खाली चुनाव में ही राम मंदिर याद आता है। गहलोत ने कहा कि कांग्रेस ने 70 साल तक लोकतंत्र को सहेज कर रखा है।
सीएम ने दो टूक कहा कि अगर भारत में लोकतंत्र नहीं होता तो आप (मोदी) कभी भी प्रधानमंत्री नहीं बन सकते थे।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘अंग्रेजों के जमाने में पंडित जवाहरलाल नेहरू 12 साल तक जेल में रहे। इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान के दो टुकडे़ कर बांग्लादेश का उदय कर दिया और एक लाख सैनिकों से समर्पण करवाया। क्या इसके लिए मोदी जी को गर्व नहीं होना चाहिए?’
उन्होंने कहा कि मोदी ने चुनाव से पहले कालाधन वापस लाने, हर किसी के खाते में पंद्रह-पंद्रह लाख रुपये डालने और दो करोड़ लोगों को रोजगार देने की घोषणा की थी जो सिर्फ चुनावी जुमला साबित हुई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव बहुत महत्वपूर्ण हैं जो देश की तकदीर का फैसला करेंगे।