अमेरिका के कैलिफोर्निया में यहूदी प्रार्थनास्थल पर गोलीबारी से एक व्यक्ति की मौत हो गई है जबकि तीन घायल हैं।
घटना के बाद एक 19 वर्षीय व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। मामले पर मेयर का कहना है कि हो सकता है कि ये घृणा अपराध है।
सैन डिएगो काउंटी के शेरिफ बिल गोर ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “गोलीबारी के दौरान, चार लोग घायल हो गए, जिन्हें पॉलिमर अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में एक घायल ने दम तोड़ दिया और अन्य तीन की हालत अब स्थिर है।”
वहीं घटना में मारी गई महिला बहुत बुजुर्ग थीं। गोर ने पत्रकारों को बताया कि सैन डिएगो से 19 वर्षीय एक किशोर को गोलीबारी के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
जांचकर्ता उसकी सोशल मीडिया गतिविधि की समीक्षा कर रहे हैं और ऑनलाइन जारी किए गए एक खुले पत्र की वैधता की जांच की जा रही है।
पीड़ितों में एक 60 वर्षीय महिला है, जिसकी अस्पताल में ही मौत हो गई। वहीं बाकी के तीन लोगों को गंभीर चोट आई हैं।
एक पीड़ित की उम्र 57 साल है, जिसने अपनी दोनों तर्जनी उंगलियां खो दी हैं। वहीं 34 साल के एक व्यक्ति और एक लड़की भी इस गोलीबारी का शिकार हुए हैं।
उन्होंने बताया कि पुलिस को सिनगॉग में गोलीबारी की घटना की जानकारी सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे मिली।
गोलीबारी एक ‘एआर-15 टाइप’ राइफल से की गई थी। अमेरिका में गोलीबारी की कई घटनाओं में ‘एआर-15’ का इस्तेमाल किया गया है।
गोर ने बताया कि घटनास्थल पर मौजूद एक गश्त अधिकारी ने संदिग्ध पर गोली चलाई हालांकि वह अधिकारी उस समय ड्यूटी पर नहीं था।
सैन डिएगो के पुलिस प्रमुख डेविड निस्लेइट ने बताया कि संदिग्ध को बाद में के-9 अधिकारी ने पकड़ा।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घटना पर “गहरी संवेदना” व्यक्त की है। उन्होंने कहा, “अभी यह घृणा अपराध प्रतीत हो रहा है। प्रभावित लोगों के साथ मेरी गहरी संवेदनाएं हैं और हम इस मामले की पूरी जांच करेंगे।”