मध्य प्रदेश में पुलिस और खनन माफिया के गठजोड़ का असर यह है कि अवैध खनन का काम धड़ल्ले से जारी है। इसमें बाधा डालने वाले अधिकारियों पर खनन माफिया के गुर्गे हमला करने से जरा भी गुरेज नहीं कर रहे हैं।
ताजा घटना अशोक नगर के अजलेश्वर के पास की है। यहां नायब तहसीलदार मयंक खेमरिया ने जब रेत से लदे एक ट्रैक्टर ट्राली को पकड़ा और रायल्टी का पेपर मांगा तो नहीं दिया। जब उसे सीज करने की कार्रवाई शुरू की तो खनन माफिया के गुर्गे आ धमके और हाथ से पेपर लेकर फाड़ दिया।
जब तक कुछ समझ आता, तब तक किसी ने सिर पर लकड़ी से वार कर दिया। जान बचाने के लिए नायब तहसीलदार अपनी कार में घुसे तो गालियों की बौछार के साथ जान से मार डालने की धमकी मिली। खेमरिया ने इस बारे में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
ट्रैक्टर ट्राली पकड़ी तो बोल दिया हमला
दूसरी घटना शिवपुरी के करैरा क्षेत्र की है। यहां रात में अवैध रेत से भरे ट्रैक्टर ट्राली को पकड़ने गई पुलिस टीम पर रेत माफिया के गुर्गों ने हमला बोल दिया।
इस हमले में सुनारी पुलिस चौकी प्रभारी रवि गुप्ता और आरक्षी दिलीप खरैह घायल हो गए। आरक्षी दिलीप के सिर में इतनी गंभीर चोट लगी कि पूरी वर्दी खून से लाल हो गई।
उसे इलाज के लिए शिवपुरी लाया गया है और उसकी हालत गंभीर है। अवैध खनन रोकने में पुलिस की सुस्ती और इसमें बाधा डालने वालों पर खनन माफिया के हमलों से विधि व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं।