चाइनीज़ वीडियो ऐप TikTok ने अपने प्लेटफॉर्म से 60 लाख वीडियो डिलीट कर दिया है। कंपनी ऑफिशियल ने बताया कि ये वीडियोज़ भारत की गाइडलाइंस का उल्लंघन कर रहे थे।
वीडियो बैन करने का मकसद TikTok प्लेटफॉर्म से गैरकानूनी और अश्लील कंटेंट को हटाना था। सरकार ने TikTok को नोटिस भेजा है।
इस नोटिस में 21 सवाल पूछे हैं और कहा है कि इसका संतोषजनक जवाब दें नहीं तो बैन के लिए तैयार रहें। इनमें बच्चों के ऐप के अवैध इस्तेमाल और अश्लील और कथित रूप से एंटी-नेशनल कंटेंट से जुड़ी बातें शामिल हैं।
साथ ही सरकार ने नोटिस भेजकर सुनिश्चित करने को कहा है कि उनके प्लेटफॉर्म का प्रयोग किसी भी तरह की देश-विरोधी गतिविधि के लिए नहीं हो रहा है और लोगों का डेटा अभी और भविष्य में किसी सरकार को ट्रांसफर नहीं किया जाएगा।
TikTok की पेरेंट कंपनी Beijing Bytedance Technology Co. ने बताया कि भारत में ऐप के 20 करोड़ से ज्यादा यूज़र्स हैं।
TikTok इंडिया के डायरेक्टर (सेल्स एंड पार्टनरशिप्स) सचिन शर्मा ने कहा है कि कंपनी अपनी कम्युनिटी गाइडलाइंस का उल्लंघन करते कंटेंट का किसी तरह समर्थन या प्रमोशन नहीं करती।
सचिन शर्मा का कहना है कि 10 भाषाओं को सपोर्ट करने वाली TikTok गैरकानूनी वीडियो को ऐप पर रिलीज़ होने से पहने ही ब्लॉक कर देती है।
यूजर्स को पॉजिटिव इन-ऐप इन्वाइरनमेंट देने का वादा निभाते हुए कंपनी ने जुलाई 2018 से अब तक 60 लाख ऐसे विडियोज को हटाया है जो कम्यूनिटी गाइडलाइन्स का पालन नहीं कर रहे थे।
टिकटॉक एक सोशल मीडिया ऐप है। इसके जरिए स्मार्टफोन यूजर छोटे-छोटे वीडियो बनाते हैं और शेयर करते हैं।
इसकी खास बात यह है कि इस पर यूजर अपनी आवाज में वीडियो नहीं डाल सकता। उसे बस अपने होंठ चलाने होते हैं यानि ‘लिपसिंक’ करना होता है। इस पर किसी वीडियो अवधि की लिमिट 15 सेकेंड है।